डॉ. अहमद ने कहा कि जब प्रदेश का किसान खुशहाल होगा तभी व्यापारी और अन्य वर्ग भी खुशहाली का अनुभव कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि धान की फसल तैयारी पर है और उसके पश्चात गन्ने की फसल भी आ जाएगी, परंतु अब तक न ही धान के क्रय केंद्रों की घोषणा हुई और न ही समर्थन मूल्य घोषित किया गया। वही स्थिति गन्ने की भी है।
रालोद अध्यक्ष ने कहा कि किसानों की अवहेलना सरकार को महंगी पड़ेगी और अबकी वर्ष 2017 के चुनाव में देश का किसान रालोद की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अबकी बार प्रदेश में जयंत चौधरी के नेतृत्व में किसानों की सरकार बनेगी।