तिरुवनंतपुरम, 13 मार्च (आईएएनएस)। केरल विधानसभा में वित्त मंत्री के.एम. मणि के इस्तीफे की मांग को लेकर शुक्रवार को विपक्षी वामपंथी सदस्यों ने जमकर हंगामा माचाया और अध्यक्ष की कुर्सी तथा इलेक्ट्रानिक सामान तोड़ दिए। इस हंगामे के बीच वित्त मंत्री ने राज्य का 13वां बजट पेश किया।
वित्त मंत्री को सत्तारूढ़ युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के सदस्यों और वार्ड स्टाफ ने उन्हें अपने सुरक्षा घेरे में लिया, तब जाकर वह बजट भाषण पढ़ पाए।
यह हंगामा गुरुवार दोपहर से शुरू हुआ। मुश्किलें उस वक्त बढ़ गईं जब वामपंथी विधायकों ने विधानसभा में मणि के प्रवेश को रोकने के लिए रात तक वहीं जमे रहने का फैसला किया। वे मणि के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। उनका आरोप है कि मणि ने राज्य में बंद बार खोलने के लिए एक करोड़ रुपये की रिश्वत ली है।
मणि रात तक विधानसभा के अपने कक्ष में रहने का फैसला किया।
इधर, शुक्रवार सुबह माहौल बेहद तनावपूर्ण था। उग्र वामपंथी सदस्यों ने मणि को विधानसभा में प्रवेश नहीं करने दिया।
पूर्वाह्न नौ बजे शुरू होने वाली कार्यवाही से पहले कुछ सदस्यों ने अध्यक्ष एन. शकतान को उनकी सीट पर जाने से रोक दिया।
माहौल उस वक्त और खराब हो गया जब उन्होंने शकतन की कुर्सी और कम्प्यूटर भी तोड़ दिए।
कुछ समय बाद मणि को यूडीएफ के विधायकों और सुरक्षाकर्मियों ने अपने सुरक्षा घेरे में लिया, लेकन जैसे ही उन्होंने बजट पढ़ना शुरू किया, छह महिला विधायकों सहित विपक्षी वामपंथी सदस्य उनके करीब पहुंच गए। हालांकि, सदन की कार्यवाही भंग करने की उनकी कोशिश को सुरक्षाकर्मियों ने सफल नहीं होने दिया।
अगले कुछ मिनट बाद मणि ने सदन के पटल पर बजट पेश किया।
विपक्ष के नेता वी.एस.अच्युतानंदन और मुख्यमंत्री ओमन चांडी इस दौरान असहाय नजर आए। तीन वामपंथी सदस्यों को इस दौरान चोट भी आई, जिसके कारण उनका प्राथमिक उपचार किया गया।
उधर, विधानसभा परिसर के बाहर भी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा इकाई के सदस्यों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने पुलिस द्वारा की गई नाकेबंदी को तोड़ने की कोशिश की। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया और पानी की बौछारें भी छोड़ी।