नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)। देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार- राजीव गांधी खेल रत्न हासिल करने के बाद महिला जिम्नास्ट दीपा कर्माकर ने सोमवार को कहा कि उनके कोच बिशेश्वर नंदी को द्रोणाचार्य पुरस्कार मिलने से उनकी खुशी दोगुनी हो गई।
सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति ने दीपा के साथ रियो ओलम्पिक में पदक विजेता महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु, महिला पहलवान साक्षी मलिक और निशानेबाज जीतू राय को राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड प्रदान किया।
दीपा रियो ओलम्पिक में पदक तो नहीं जीत सकीं, लेकिन जिम्नास्टिक्स स्पर्धा के फाइनल तक पहुंचने वाली देश की पहली एथलीट जरूर बनीं, जहां मामूली अंतर से वह पदक से चूक गईं।
दीपा ने अवार्ड ग्रहण करने के बाद कहा, “खेल रत्न अवार्ड पाकर बहुत अच्छा लग रहा है। देश के हर खिलाड़ी का यह सपना होता है। मेरे कोच को द्रोणाचार्य अवार्ड मिलने से मेरी खुशी तो दोगुनी हो गई। मैं उनके (कोच) के लिए बहुत खुश हूं।”
दीपा के कोच नंदी के अलावा भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा, एथलेटिक्स कोच नागपुरी रमेश, मुक्केबाजी कोच सागर मल धयाल, प्रदीप कुमार (तैराकी, जीवनर्पयत) और महाबीर सिंह (कुश्ती, जीवनर्पयत) को भी द्रोणाचार्य अवार्ड प्रदान किए गए।