पटना, 4 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार की राजधानी में कोसी की त्रासदी से बचने के लिए देश-विदेश के विशेषज्ञों ने गुरुवार को विचार-विमर्श किया। विशेषज्ञों ने कहा कि कोसी आपदा से निपटने के लिए आपसी सहयोग जरूरी है।
कोसी बेसिन पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट के निदेशक एकलव्य शर्मा ने कहा कि कोसी आपदा से निपटने के लिए इसकी कमजोरियों और इससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं के विषय में जानना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए क्षेत्रीय सहयोग की तत्काल जरूरत है।
सिंगापुर के विशेषज्ञ प्रोफेसर ए.के. विश्वास ने कहा कि भारत और नेपाल इस समस्या से निपटने के लिए कभी कोशिश नहीं की है। इस क्षेत्र में पनबिजली संयंत्र लगाकर न केवल बिजली उत्पादन किया जा सकता है। क्षेत्र का विकास भी हो सकता है।
पटना में आयोजित इस कार्यशाला में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार, विश्व बैंक, इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट, नेपाल, पाकिस्तान, भूटान, चीन और भारत के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि कोसी बेसिन की बाढ़ से भारत और नेपाल के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे निबटने के लिए अब तक के कोसी की अनुभव और अन्य साक्ष्यों की मदद ली जाएगी।
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार और इंटरनेशन सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउनटेन डेवलपमेंट द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला में जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, बिहार कृषि विश्वविद्यालय (भागलपुर) व कोसी एरिया डेवलपमेंट ऑथिरिटी के विशेषज्ञ भी शामिल हुए।