नई दिल्ली, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। चेन्नयन एफसी के कोच मार्को मातेराजी के पास फुटबाल में यह समझने के लिए इतना अनुभव जरूर है कि अगर आप एक बार शीर्ष पर पहुंच गए तो फिर आपको वहां बने रहने के लिए अधिक मेहनत करनी होती है। साल 2015 में आईएसएल खिताब जीतने के बाद इटली के मातेराजी को मौजूदा चैम्पियन की हैसियत से हालात की गम्भीरता समझ में आ रही होगी।
इन सबके बावजूद मातेराजी खुद को आईएसएल में खिताब की रक्षा करने वाली पहली टीम के कोच के तौर पर स्थापित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
बीते सीजन में चेन्नयन एफसी ने शानदार वापसी करते हुए खिताब तक का रास्ता तय किया था। एक समय वह अंक तालिका में सबसे नीचे थी और ऐसा लग रहा था कि वह सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाएगी लेकिन मातेराजी की शानदार रणनीति ने टीम की किस्मत बदल दी और वह न सिर्फ फाइनल में पहुंची बल्कि गोवा 3-2 से हराकर चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया।
मातेराजी ने कहा, “बीते साल हमने तालिका में सबसे नीचे से सबसे ऊपर आने की दिशा में अपने बेहतरीन स्तर और इच्छाशक्ति का परिचय दिया था। इसके बाद जो हुआ, हम सही मायने में उसके हकदार थे।”
क्या चेन्नयन एफसी इस साल भी यह करिश्मा दिखा सकेगी। इस सवाल के जवाब में मातेराजी ने कहा, “मेरा मानना है कि खिताब पहली बार जीतने से अधिक चुनौतिपूर्ण उसे बचाना होता है लेकिन मुझे यकीन है कि मेरी टीम इस साल यह कारनामा भी करके दिखाएगी।”
बीते साल चेन्नयन एफसी की सफलता उसके कोलंबियाई स्टार स्ट्राइकर स्टीवन मेंदोजा के शानदार स्कोरिंग पावर आश्रित थी। मेंदोजा अब मेजर लीग साकर (एमएलएस) में न्यूयार्क सिटी एफसी के लिए खेलते हैं। मेंदोजा ने आईएसएल-2 की शुरूआत से ही अपना जादू बनाए रखा और सबसे अधिक गोल किए। वह आईएसएल-2 के सबसे अच्छे खिलाड़ी चुने गए थे।
इस साल चेन्नयन एफसी के पास मेंदोजा जैसी प्रतिभाएं नहीं हैं, जो बिना डरे अच्छे से अच्छे डिफेंस को भेद सकें। इस टीम ने ब्रूनो पेलीसारी को भी खोया है, जो इस साल दिल्ली डायनामोज के लिए खेलते नजर आएंगे। चेन्नयन एफसी को हालांकि इस सीजन में अपने भारतीय स्ट्राइकर जेजे लालपेखलुवा पर भरोसा रहेगा।
जेजे ने चेन्नयन एफसी के लिए बीते सीजन में छह गोल किए थे और तीन गोल करने में अपने साथियों की मदद की थी। इसी के बाद से जेजे ने अपने शानदार फार्म जारी रखा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार गोल करते रहे हैं।
चेन्नयन एफसी को इस साल अपने गोलकीपर एडेल बेटे की भी याद आएगी। अर्मेनिया के बेटे ने आईएसएल में दो टीमों के साथ खिताब जीता और अब वह एफसी पुणे सिटी का हिस्सा हैं। वह तीन अलग-अलग क्लबों के साथ आईएसएल खिताब जीतने वाले पहले खिलाड़ी बनना चाहेंगे।
बेटे जैसे खिलाड़ी के जाने से चेन्नयन एफसी के प्रदर्शन पर कितना असर पड़ेगा यह देखने वाली बात होगी लेकिन जमैका के अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी ड्वायन केर के साथ करार से उसे इस मुश्किल से उबरने में जरूर कुछ मदद मिलेगी। मार्की खिलाड़ी और कप्तान एलानो ब्लमनेर भी हालांकि इस सीजन में चेन्नयन एफसी के साथ नहीं हैं।
आईएसएल में चेन्नयन एफसी की सफलता का राज यह रहा है कि उसने उसे कई खिलाड़ियो और कोच पर लगातार भरोसा जताया है और उन्हें अपने साथ बनाए रखा है। दूसरे सीजन में उसने पहले साल के नौ खिलाड़ियो को रिटेन किया और फिर बीते सीजन के 14 खिलाड़ियों को इस साल रिटेन किया है। किसी अन्य टीम ने एसा नहीं किया है और इससे जाहिर तौर पर मातेराजी को फायदा होने वाला है।
अपने प्रमुख खिलाड़ियों को रिटेन करने का फायदा इस क्लब को प्री.सीजन तैयारी के दौरान दिखा क्योंकि मातेराजी की टीम तीन लगातार दोस्ताना मुकाबले जीत चुकी है।
मातेराजी ने कहा-हम मैच दर मैच रणनीति पर चलेंगे। हमें इस बात का अंदाजा है कि बीते सीजन की तुलना में सभी टीमों ने तरक्की की है। आईएसएल में काफी कम समय में बेहद प्रतिस्पर्धी मुकाबले होते हैं और एसे में मेरी नजर में हर टीम अंतिम-4 में जगह बनाने का माद्दा रखती है। हमारा भी यही लक्ष्य है। इसके बाद हम देखेंगे कि हम नाकआउट में क्या कर सकते हैं ।
तीन विदेशी स्टार्स की गैरमौजूदगी के कारण चेन्नयन एफसी का रथ थोड़ा हिचकोले खाएगा लेकिन इस टीम को सकारात्मक रहना होगा क्योंकि इसके पास अभी भी बर्नार्ड मेंडी और राफेल अगस्टो जैसे माहिर विदेशी खिलाड़ी हैं। ये टीम में धुरी का काम करेंगे। डिफेंस में क्लब ने अर्ने जान रीस को अपना नेतृत्वकर्ता चुना है। वह मार्की खिलाड़ी भी हैं। साथ ही क्लब ने डायनामोज के मिडफील्डर हांस मुल्डेर के साथ भी करार किया हैए जो इसकी क्षमता में विस्तार करेंगे।
चेन्नयन एफसी ने सबकुछ नहीं खोया है। बीते सीजन की तरह इस सीजन में भी ये चौंकाने वाला परिणाम दे सकते हैं क्योंकि मातेजारी के पास बेहतर वर्क एथिक है और साथ ही वह हर चीज पर पैनी नजर रखते हैं।