मेलबर्न, 29 मार्च (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड को फाइनल मुकाबले में सात विकेट से हराकर रविवार को आईसीसी विश्व कप-2015 का खिताब जीतने वाली आस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान माइकल क्लार्क ने विश्व कप खिताब पिछले वर्ष मैच के दौरान दुर्घटनावश असमय दिवंगत हुए साथी खिलाड़ी फिलिप ह्यूज को समर्पित किया।
मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर रविवार को हुए विश्व कप-2015 के फाइनल मैच में आस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को सात विकेट से मात दे दी और पांचवीं बार विश्व कप खिताब पर कब्जा जमाया।
मैच के बाद क्लार्क ने कहा, “आज की जीत हमारे छोटे भाई फिलिप ह्यूज के नाम है। ह्यूज ऐसे अवसरों पर खूब जश्न मनाया करता था। हमें इस जीत पर गर्व है। अपने घरेलू मैदान पर अपने परिवार, मित्रों और घरेलू प्रशंसकों के सामने विश्व कप जीतना एक अद्भुत उपलब्धि है।”
क्लार्क के एकदविसीय करियर का यह आखिरी मैच था। उन्होंने फाइनल से पूर्व इस मैच के बाद एकदिवसीय क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा कर दी है। क्लार्क मैच में बांह पर काली पट्टी बांध कर उतरे थे, जो उन्होंने ह्यूज के स्मरण में पहनी थी।
क्लार्क ने अपनी काली पट्टी की ओर इशारा करते हुए कहा, “मैं आगे भविष्य में जब भी आस्ट्रेलिया के लिए खेलूंगा यह काली पट्टी बांधकर ही खेलूंगा। ऐसा लग रहा था जैसे ह्यूज यहीं हैं। पिछला कुछ समय काफी मुश्किल गुजरा है और ऐसा लग रहा था कि हम 16 खिलाड़ियों के साथ यह विश्व कप खेले।”
उल्लेखनीय है कि विश्व कप-2015 में किसी भी टीम को सिर्फ 15 सदस्यीय टीम के साथ उतरना था और क्लार्क ने 16वें खिलाड़ी के रूप में ह्यूज की ओर संकेत किया।
क्लार्क ने एकदिवसीय क्रिकेट की अपनी विदाई पारी में 72 गेंदों में शानदार 74 रनों की पारी खेली।
क्लार्क ने हालांकि न्यूजीलैंड टीम और न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रेंडन मैक्लम की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “ब्रेंडन और न्यूजीलैंड टीम ने सराहनीय प्रदर्शन किया और उन्हें हराना हमेशा कठिन होता है। ब्रेंडन ने निजी तौर पर इस टूर्नामेंट में शानदार खेल का प्रदर्शन किया। हमारा समर्थन करने के लिए आस्ट्रेलिया के हर खेल प्रेमी का शुक्रिया।”