श्रीनगर, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। कश्मीर के साथ बॉलीवुड का रोमांस 1960 के दशक में शुरू हुआ। 1970 और 1980 के दशक में यह मोहब्बत और गहरी हुई, लेकिन कश्मीर घाटी में हिंसा की वजह से दो दशकों से अधिक समय तक यह इश्क, यह मोहब्बत सिसकती रही। इस वजह से बॉलीवुड ने शूटिंग के लिए यूरोप और अमेरिका का रुख कर लिया, लेकिन बॉलीवुड अब एक बार फिर अपने पुराने प्यार की तरफ लौट आया है।
श्रीनगर, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। कश्मीर के साथ बॉलीवुड का रोमांस 1960 के दशक में शुरू हुआ। 1970 और 1980 के दशक में यह मोहब्बत और गहरी हुई, लेकिन कश्मीर घाटी में हिंसा की वजह से दो दशकों से अधिक समय तक यह इश्क, यह मोहब्बत सिसकती रही। इस वजह से बॉलीवुड ने शूटिंग के लिए यूरोप और अमेरिका का रुख कर लिया, लेकिन बॉलीवुड अब एक बार फिर अपने पुराने प्यार की तरफ लौट आया है।
कश्मीर घाटी से बॉलीवुड फिल्मकारों की इस मोहब्बत को बनाए रखने के उद्देश्य से राज्य सरकार यहां शूटिंग के दौरान हरसंभव मदद की पेशकश कर रही है।
जम्मू एवं कश्मीर पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक एवं पर्यटन निदेशक फारूक अहमद शाह ने आईएएनएस को बताया, “हम ज्यादा से ज्यादा बॉलीवुड हस्तियों के घाटी में आने की उम्मीद करते हैं, क्योंकि हम उनका खुले दिल से स्वागत करते हैं। हमारे पास दुनिया में सबसे किफायती और सबसे खूबसूरत लोकेशन हैं।”
स्थानीय होटल संचालक भी बेहद खुश हैं।
पहलगाम के ‘पाइन एंड पीक’ होटल के आसिफ बुर्जा ने आईएएनएस को बताया, “हमने अपने होटल में कई फिल्म युनिटों की मेहमानवाजी की। हम उनकी ज्यादा से ज्यादा सेवा करना चाहते हैं। हम शांति एवं खूबसूरती का पैगाम आगे ले जाना चाहते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां आएं।”
‘जब तक है जान’ फिल्म की शूटिंग के दौरान फिल्म निर्देशक यश चोपड़ा (दिवंगत) और उनकी फिल्म के कलाकार इसी होटल में ठहरे थे।
पिछले साल एक चुनावी रैली को संबोधित करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बॉलीवुड के कश्मीर घाटी लौटने की जरूरत दोहराई थी, जिससे दोनों को फायदा हो।
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने ‘जब तक है जान’ की शूटिंग के दौरान कहा था, “कश्मीर एक खूबसूरत जगह है। अगर एक व्यक्ति कश्मीर में कहीं भी कैमरा रखे, तो वह इसकी खूबसूरती को सराह पाने में समर्थ होगा। हम हमें यहां मिले आतिथ्य सत्कार और सुविधाओं को हमेशा याद रखेंगे।”
पिछले साल कश्मीर में आई भयावह बाढ़ के बाद ‘फितूर’ फिल्म की टीम यहां शूटिंग करने लौटी है।
कश्मीर घाटी के लाइन प्रोड्यूसर (एक तरह के फिल्म निर्माता) खावेर जमशीद ने आईएएनएस को बताया, “फितूर’ की शूटिंग घाटी में होनी थी, लेकिन बाढ़ ने इसमें खलल डाल दी। उसके बाद फिल्म की युनिट ने पोलैंड जाने की योजना बना ली। हमने उनसे कश्मीर का शेड्यूल रद्द न करने की दरख्वास्त की। यहां सब ठीक हो जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद वे शेड्यूल रद्द न करने के लिए मान गए।”
‘फितूर’ की टीम शूटिंग के लिए यहां इस माह के अंत में आ रही है।