मडगांव, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। यूरोपा लीग में खेलने वाले भारतीय फुटबाल टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने भारत द्वारा विदेशों में रह रहे भारतीय मूल के खिलाड़ियों को देश की टीम में शामिल करने की पहल की सराहना की है।
मडगांव, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। यूरोपा लीग में खेलने वाले भारतीय फुटबाल टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने भारत द्वारा विदेशों में रह रहे भारतीय मूल के खिलाड़ियों को देश की टीम में शामिल करने की पहल की सराहना की है।
इस मुहिम का उद्देश्य अगले साल होने वाले अंडर-17 फीफा विश्व कफ के लिए टीम तैयार करना है, जिसकी शुरुआत अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) और खेल मंत्रालय ने मिलकर की है।
एआईएफएफ की वेबसाइट ने गुरप्रीत के हवाले से लिखा है, “यह एआईएफएफ और खेल मंत्रालय द्वारा की गई शानदार पहल है। मैं जानता हूं कि इसका उद्देश्य उन खिलाड़ियों को तलाशना है जो अंडर-17 फीफा विश्व कप में देश का प्रतिनिधत्व कर सकें। मुझे उम्मीद है कि यह काम करेगा। मैं उन सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं, जिन्होंने इसकी शुरुआत की।”
पोर्टे रिको के खिलाफ हाल ही में हुए मैत्री मैच में टीम की कमान संभालने वाले गुरप्रीत ने पूर्व खिलाड़ी अभिषेक यादव की प्रशंसा की है, जो इस अभियान के प्रमुख हैं।
उन्होंने कहा, “अभिषेक भाई का इस अभियान को देखना काफी अच्छा है। वह भारत के लिए खेले हैं और जानते हैं कि शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए किस योग्यता की जरूरत है।”
नार्वे में अपने अनुभव पर गुरप्रीत ने कहा कि उन्होंने वहां भारत के कई खिलाड़ियों को अकादमियों में खेलते देखा है और इसके बारे में सुना भी है।
उन्होंने कहा, “मैंने नार्वे में कई भारतीय खिलाड़ियों को देखा है। मैंने सुना है कि वालेरेंगा फुटबाल, स्टर्मसगोडसेट आईफ जैसे अन्य क्लबों में एक या उससे ज्यादा भारतीय मूल के खिलाड़ी खेलते हैं।”