गुवाहाटी, 17 नवंबर (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने पहले से ही कर के दायरे में आने वाली तमाम सेवाओं पर ‘स्वच्छ भारत उपकर’ लगाने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले की आलोचना की। उन्होंने इसे आम आदमी को तगड़ा झटका बताया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आर्थिक सुधारों के नाम पर जनविरोधी नीतियां अपना रही है।
गोगोई ने कहा, “स्वच्छ भारत के लिए आम लोगों पर कर लगाने के बजाय बेहतर होता कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों को अन्य तरीके से इससे जोड़ा जाए।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “सत्ता हथियाने के लिए नरेंद्र मोदी ने ऐसे वादे किए, जिन्हें कभी पूरा नहीं किया जा सकता। जरूरी वस्तुओं के दाम काबू से बाहर हैं और आम आदमी पर भारी पड़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “मौजूदा सरकार आम आदमी की जिंदगी को और परेशानी भरा बनाने तथा धनवानों को धनकुबेर बनाने में लगी हुई है। अच्छे दिन आम लोगों के लिए नहीं, बल्कि अमीरों के लिए आए हैं।”
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों ने सरकार और आम लोगों के बीच खाई पैदा कर दी है। अगर आम लोगों की हालत दयनीय रहेगी तो दुनिया के देशों के बीच भारत की छवि कैसे ऊपर आएगी।