110वीं विश्व वरीयता प्राप्त वांग का लेपचेंको के साथ यह पहली भिड़ंत थी।
वांग ने शुरुआत से ही मैच पर पकड़ बना ली और पहले ही गेम में लेपचेंको की सर्विस ब्रेक करने में सफल रहीं। वांग सातवें गेम में एक बार फिर लेपचेंको की सर्विस तोड़ते हुए पहला सेट अपने नाम करने में सफल रहीं।
पहला सेट गंवाने के बाद हालांकि लेपचेंको ने दमदार वापसी करते हुए दूसरे सेट में वांग को हराकर स्कोर बराबर कर लिया। वांग ने इसके बाद तीसरे निर्णायक सेट में धैर्य कायम रखते हुए जीत हासिल की और मैच पर कब्जा जमाने में सफल रहीं।
पूर्व सर्वोच्च विश्व वरीयता प्राप्त तथा छठी वरीय एना इवानोविक ने अंतिम-32 दौर के मुकाबले में आस्ट्रेलिया की कैसी डेलाक्वा को सीधे सेटों में 6-4, 6-0 से मात दे दी। दूसरे दौर में इवानोविक एक दिन पहले ही वुहान ओपन खिताब जीतने वाली दिग्गज अमेरिकी वीनस विलियम्स से भिड़ेंगी।
महिला एकल वर्ग के दूसरे दौर के क्वालीफाइंग मुकाबलों में चीन की वांग याफान पोटरे रिको की मोनिका प्यूइग के हाथों 3-6, 4-6 से हार गईं। चीन की कोई भी खिलाड़ी क्वालीफाइंग के जरिए चीन ओपन के पहले दौर में प्रवेश करने में सफल नहीं रही।
पुरुष एकल वर्ग में जरूर चीन के वु डी और झांग जे ने मुख्य मुकाबले में प्रवेश पाने में सफलता पाई। वू डी जहां चीन ओपन के पहले दौर में दिग्गज स्पेनिश स्टार राफेल नडाल का सामना करेंगे, वहीं झांग जे के लिए पहला दौर थोड़ा आसान होगा, क्योंकि उन्हें क्वालीफाइंग के जरिए प्रवेश पाने वाले किसी खिलाड़ी का सामना करना होगा।
झांग जे यदि पहले दौर में जीत हासिल कर लेते हैं तो दूसरे दौर में उनका सामना सर्वोच्च विश्व वरीयता प्राप्त सर्बिया के नोवाक जोकोविक से होगा।