इस विधेयक को नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) के द्विमासिक सत्र में स्थायी समिति को दूसरे चरण के अध्ययन के लिए पेश किया गया है।
मसौदे के अनुसार, फिल्म उद्योग में काम कर रहे कलाकारों और निर्देशकों सहित अन्य लोगों को पेशेवर कौशल और नैतिकता के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रयास और अच्छी सार्वजनिक छवियों का निर्माण करना चाहिए।
मसौदे में यह भी कहा गया कि फिल्म वितरण कंपनियों और सिनेमाघरों को फिल्म प्रदर्शन और टिकटों की बिक्री में अनुचित साधनों का उपयोग नहीं करना चाहिए।