ये आंकड़े नेशनल ऑफिस अगेंस्ट पॉर्नोग्राफिक एंड इलिगल पब्लिकेशंस द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए। अश्लीलता व अवैध प्रकाशनों के खिलाफ अभियान साल 2016 में भी जारी रहेगा।
कार्यालय ने कहा कि अधिकारी स्कूलों के आसपास उन दुकानों पर नजर रखेंगे, जो अवैध प्रकाशन जैसे अश्लील कॉमिक्स बेच रहे हैं।
कार्यालय के मुताबिक, गतिविधियां जैसे अश्लील वेबसाइटों का लिंक साझा करना या क्लाउड स्टोरेज, सेट टॉप बॉक्स व अश्लील सामग्री वाले ऑनलाइन गेम वेबसाइटों को भी निशाना बनाया जाएगा और ऐसा करने वालों को दंडित किया जाएगा।