चेन्नई/नई दिल्ली, 4 मार्च (आईएएनएस)। उत्पाद शुल्क लगाए जाने के विरोध में रत्न और आभूषण उद्योग की हड़ताल सोमवार 7 मार्च तक जारी रहेगी।
ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन (जीजेएफ) ने शुक्रवार को कहा कि यह फैसला संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों और देशभर के आभूषण उद्योग संघों के प्रतिनिधियों ने किया है।
दो मार्च को शुरू हुई हड़ताल में तीन लाख से अधिक आभूषण कारोबारियों और कारीगरों ने हिस्सा लिया है।
उद्योग का घरेलू बाजार करीब 3.15 लाख करोड़ रुपये का है, जो 2018 तक बढ़कर पांच लाख करोड़ रुपये हो सकता है।
जीजेएफ के बयान में अध्यक्ष जीवी श्रीधर ने कहा, “रत्न और आभूषण क्षेत्र के लिए तैयार किया गया उत्पाद दिशानिर्देश को लागू करना व्यावहारिक नहीं होगा और यह उद्योग के अस्तित्व के खतरे में डालेगा।”
उन्होंने कहा, “हम सरकार से सकारात्मक परिणाम की उम्मीद करते हैं, लेकिन हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।”
केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बजट 2016-17 में उद्योग पर बेगैर इनपुट क्रेडिट के एक फीसदी और इनपुट कर क्रेडिट के साथ 12.5 फीसदी उत्पाद शुल्क लगाया है, जिसमें हीरे तथा कुछ अन्य महंगे पत्थर जड़े हुए चांदी के गहने शामिल नहीं हैं।
केंद्र ने इससे पहले 2005 में भी उद्योग पर एक फीसदी उत्पाद शुल्क लगाया था, जिसे बाद में हटा लिया गया था।