105 वर्षीय वृद्धा कुंवर बाई यादव के शौचालय बनाने की कहानी पर आधारित तीन मिनट की इस फिल्म को चार हजार 346 फिल्मों में से 10 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में चुना गया। सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने दो अक्टूबर को नई दिल्ली के सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित पुरस्कार समारोह में फिल्म के निर्माता-निर्देशकों रायपुर के देवेंद्र शुक्ला और कमलेश साहू को प्रमाण पत्र और दो लाख रुपये की राशि प्रदान की।
फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कृत ‘बकरी = शौचालय’ नाम की इस फिल्म में धमतरी जिले के कोटार्भी की 105 साल की बुजुर्ग महिला कुंवर बाई की कहानी बताई गई है। फिल्म में बताया गया है कि बकरी बेचकर गांव में सबसे पहले शौचालय बनाने के बाद किस तरह से कुंवर बाई ने गांव के बाकी लोगों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित किया। फिल्म कोटार्भी को खुले में शौचमुक्त गांव बनाने में कुंवर बाई की भूमिका को रेखांकित करती है।
मशहूर विज्ञापन गुरुप्रहलाद कक्कड़, थिएटर एवं फिल्म कलाकार वाणी त्रिपाठी और फिल्मकार गीतांजलि राव की तीन सदस्यीय जूरी ने देश की लगभग सभी भाषाओं में बनी चार हजार 346 फिल्मों में से 10 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का चयन किया। फिल्मोत्सव में तीन श्रेणियों में पुरस्कार दिए गए। प्रथम स्थान प्राप्त फिल्म को 10 लाख रुपये, दूसरे स्थान के लिए चयनित तीन फिल्मों को पांच-पांच लाख रुपये एवं तृतीय स्थान के लिए चयनित छह फिल्मों को दो-दो लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया।