गौरतलब है कि 17 सितंबर को सुलभ संस्था की ओर से कुंवरबाई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सम्मानित किया जाना था, लेकिन अस्वस्थता के चलते कुंवरबाई दिल्ली नहीं जा पाई। लिहाजा संस्था ने उन्हें कोटर्भी में ही सम्मानित करने का फैसला किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धमतरी विधायक गुरुमुख सिंह होरा के साथ ही कलेक्टर सी.आर. प्रसन्ना, जिला पंचायत अध्यक्ष रघुनंदन साहू, जनपद अध्यक्ष रंजना साहू, नगर निगम सभापति राजेन्द्र शर्मा, सरपंच वत्सल्या यादव, सीईओ पी.एस. एल्मा उपस्थित थे।
कार्यक्रम में होरा ने कहा कि कोटर्भी निवासी 105 कुंवरबाई की पहल ने गांव की अलग ही पहचान बनाई है। वहीं कलेक्टर प्रसन्ना ने कहा कि जिले में अब तक लक्ष्य के अनुरूप 80 प्रतिशत शौचालय निर्माण पूरा हो चुका है। कार्यक्रम में उपस्थित सुलभ इंटरनेशनल के छग नियंत्रक संजीव चौधरी ने बताया कि संस्था द्वारा 17 सितंबर को कुंवरबाई को सम्मानित करने का कार्यक्रम था। लेकिन उनकी अस्वस्थता के चलते गांव में ही सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि 105 वर्षीय कुंवर बाई ने बकरी बेचकर शौचालय का निर्माण कराया था। 21 फरवरी, 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला राजनांदगांव के कुरूभात गांव में आर-अर्बन मिशन के शुभारंभ के दौरान कुंवर बाई को सम्मानित किया था। मोदी ने मंच पर ही कुंवर बाई के पांव भी छुए थे। बकरियां बेचकर शौचालय बनाने वाली कुंवरबाई को कलेक्टर ने ओडीएफ का ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था।