मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता यू. एस. पैकरा तथा वीआरडीएल लैब के प्रभारी एवं विभागाध्यक्ष डी. मजूमदार ने बताया कि यह सुविधा अब तक केवल देश के कुछ बड़े महानगरों तक सीमित थी। इसके माध्यम से इनफ्लूएंजा, बर्ड फ्लू, स्वाईन फ्लू, डेंगू आदि की जांच अब यहां हो सकेगी।
उल्लेखनीय है कि सुकमा जिले में पिछले माह डेंगू के एक मामले की पुष्टि इसी लैब की जांच से हुई थी।
बस्तर संभाग के संयुक्त संचालक (स्वास्थ्य सेवाएं) आर. एन. पांडे ने इस लैब का अवलोकन करने के बाद कहा कि इस लैब के बनने से पूर्व प्रदेश के मरीजों को बीमारियों की जांच के लिए न केवल राज्य के बाहर भटकना पड़ता था, बल्कि बड़ी धनराशि भी व्यय करनी पड़ती थी।