डॉ. रमन ने कहा, “वर्ष 2000 में क्षेत्रीय असंतुलन, कमजोर अवसंरचना, गरीबी के फलस्वरूप राज्य का जन्म हुआ। यहां नए सिरे से योजनाओं को बनाने और उसे संचालित करने की चुनौती थी। हमने हर क्षेत्र की अलग-अलग योजना बनाकर कार्य की शुरुआत की। छत्तीसगढ़ में जो भी विकास देखने को मिल रहा है, वह यहां के लोगों की ताकत है।”
उन्होंने कहा, “आने वाले समय में वही राज्य तेजी से प्रगति करेगा, जिसके पास बेहतर कनेक्टिविटी और अवसंरचना हो इसे ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ देश के सबसे विकसित राज्यों में में शामिल होगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “2003 से 2018 के बीच अवसंरचना के साथ स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक ने राज्य के वित्तीय प्रबंध को देश में सबसे बेहतर माना है। हम आगामी 50 साल में राज्य के विकास को ध्यान में रखते हुए रेल, सड़क, वायुमार्ग, विद्युत और दूरसंचार कनेक्टिविटी पर काम कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “राज्य के विकास को गति देने के लिए सबसे पहले 12 नए जिलों का निर्माण किया गया। प्रशासनिक इकाइयों को छोटा करने का लाभ मिला। उस समय की नई पीढ़ी के निर्माण को ध्यान में रखकर कुपोषण, पलायन जैसी समस्या पर काम शुरू किया गया। इसके लिए खाद्यान्न सुरक्षा योजना लागू की गई। इसका व्यापक असर देखने को मिला और कुपोषण में 15 प्रतिशत गिरावट आई।”
उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा एजुकेशन हब जवांगा में बनाया गया जो देश के लिए ऐसे क्षेत्रों में विकास के लिए मॉडल बन गया है।
उन्होंने कहा, “राज्य में सबको स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना में 50 हजार रुपये तक के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। देश में आयुष्मान भारत योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए राज्य में तैयारी की जा रही है। इस योजना में 37 लाख गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा मिलेगी। युवाओं के कौशल विकास के लिए सभी जिलों में लाइवलीहुड कालेजों की स्थापना की गई। कौशल प्रशिक्षण के लिए राज्य के बजट से 160 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 2003 में विद्युत उत्पादन क्षमता 4,000 मेगावाट थी, जो अब बढ़कर 24 हजार मेगावाट पहुंच गई है। सरकार बिजली से वंचित छत्तीसगढ़ के सभी गांवों में अगले छह माह में बिजली पहुंचाने जा रही है। सभी जिलों को 133 केवी विद्युत लाइन से जोड़ा गया है। राज्य के सात लाख 40 हजार घरों में विद्युत पहुंचाने का काम आगामी छह माह में पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने इस मौके पर राज्य के विभिन्न जिलों को शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, अवसंरचना, जल स्वच्छता, कृषि, सेवा, समृद्धि, सुरक्षा के क्षेत्र में इंडिया टुडे की ओर से सम्मानित किया।