जम्मू, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सोमवार की सुबह नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान एवं एक आठ साल के लड़के की मौत हो गई। इसमें नौ अन्य लोग घायल हो गए। इस गोलाबारी से 50 गांवों को नुकसान पहुंचा है।
पुलिस ने कहा कि घायलों में सीमा सुरक्षा बल के दो जवान और सात नागरिक शामिल हैं।
पुलिस ने कहा, “नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी रेंजर की भारी गोलाबारी एवं गोलीबारी से बीएसएफ के जवान सुशील कुमार और एक आठ साल के बच्चे की मौत हो गई। ”
पुलिस ने कहा कि हरियाणा के कुरुक्षेत्र के बीएसएफ जवान की सुशील कुमार की मौत आर.एस. पुरा सेक्टर में और बच्चे की मौत कानाचक इलाके में हुई। सुशील कुमार साल 1992 में सुरक्षा बल में शामिल हुए थे।
सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी रेंजर ने करीब एक दर्जन बीएसएफ चौकियों को अतंर्राष्ट्रीय सीमा पर निशाना बनाया। गोलीबारी देर रात करीब 2 बजे शुरू हुई।
पाकिस्तान की गोलाबारी से करीब 50 गांव प्रभावित हुए हैं। दुधारू गाय, भैंस और बकरियों सहित करीब दस जानवार मारे गए हैं।
पुलिस ने कहा, “पाकिस्तानी सैनिकों के दागे गए मोर्टार गोलों से करीब एक दर्जन से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है। प्रभावित गांवों में बहुत ज्यादा संख्या में खेतों में गोलों से खड़ी फसलों और सब्जियों को भी नुकसान पहुंचा है।”
बीएसएफ जवानों ने पाकिस्तानी गोलाबारी का प्रभावी ढंग से जवाब दिया है।
पुलिस ने कहा, “भारतीय चौकियों पर बीते रविवार शाम सात बजे पाकिस्तानी रेंजरों ने अकारण गोलाबारी की शुरुआत की।”
पाकिस्तानी गोलाबारी के घरों और खेतों के पास होने से जम्मू की खौर तहसील के सीमाई गांवों के निवासियों और जम्मू जिले के दूसरे स्थानों के लोगों को एक और रात जागकर गुजारनी पड़ी।
भारतीय सेना द्वारा 29 सितम्बर को पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दोनों देशों के सीमा बलों के बीच गोलाबारी जारी है।