बर्लिन, 29 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले महीने की यात्रा से पहले जर्मनी में इस महीने ‘मेक इन इंडिया’ पहल के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम किए गए।
इन कार्यक्रमों की आखिरी कड़ी के तौर पर फ्रैंकफर्ट के भारतीय वाणिज्य दूतावास ने पिछले गुरुवार को कोलोन के स्थानीय निकाय के साथ पखवाड़े भर का एक कार्यक्रम पूरा किया।
वाणिज्य दूतावास द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “कोलोन में ‘मेक इन इंडिया : जर्मनी के उद्योगों के लिए अवसर’ पर आयोजित नेटवर्किं ग सत्र और पैनल चर्चा में सितंबर 2014 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई इस पहल के बाद से उठाए गए सुधार के कदमों की जानकारी दी गई।”
अपने संबोधन में महावाणिज्य दूत रवीश कुमार ने इस पहल की महत्ता बताई और भारत को विनिर्माण केंद्र तथा एक आकर्षक निवेश गंतव्य बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी।
कोलोन के मेयर जुर्गेन रोटर्स ने इस पहल की सराहना करते हुए भारत के साथ इस शहर के विशेष संबंधों के बारे में बताया और भारतीय कंपनियों को शहर में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) की संयुक्त सचिव शुभ्रा सिंह ने मेक इन इंडिया पहल के बारे विस्तार से जानकारी दी और जर्मनी के निवेशकों के लिए इसकी प्रासंगिकता के बारे में बताया। ‘मेक इन इंडिया (एमआईआई) : जर्मन उद्योगों के लिए अवसर और चुनौतियां’ चर्चा सत्र के प्रतिभागियों ने अल्ट्रा मेगा बिजली परियोजनाओं, औद्योगिक गलियारों, स्मार्ट शहरों, शहरी विकास, स्वच्छ भारत, कौशल भारत तथा डिजिटल भारत जैसी घोषणाओं से जर्मन निवेशकों को मिलने वाले अवसरों पर चर्चा की।
कोलोन के कार्यक्रम में जर्मनी के 100 से अधिक उद्योग प्रतिनिधियों तथा विशेषज्ञों और अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
मेक इन इंडिया पहल की शुरुआत भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एचसीएल के साथ मिलकर 11 मार्च को की। इसके तहत लुडविगशफेन में भी एक कार्यक्रम किया गया।
इस कड़ी में नौ मार्च को फ्रैंकफर्ट में परामर्श कंपनी सृता इंटरनेशनल के सहयोग से ‘व्हाई मेक इन इंडिया?’ सम्मेलन हुआ। इसके बाद फ्रैंकफर्ट में ही 20 मार्च को एक अन्य मेक इन इंडिया सम्मेलन हुआ, जिसमें भारतीय उद्योग परिसंघ ने एक प्रस्तुति दी।
25 मार्च को कोलोन में अनुगा फूड टेक ट्रेड मेले में ‘डूइंग बिजनेस इन इंडिया इन द फूड प्रोसेसिंग सेक्टर’ का आयोजन किया गया।
मेक इन इंडिया कार्यक्रमों का अंत कोलोन में 26 मार्च को आयोजित कार्यक्रम के साथ हुआ।
भारत 13-17 अप्रैल के हनोवर व्यापार मेले (हनोवर मेसी) में ‘मेक इन इंडिया’ थीम के साथ शामिल हो रहा है। मेले का उद्घाटन संयुक्त तौर पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल करेंगी।
मेले में भारतीय कंपनियों के 100 से अधिक मुख्य कार्यकारी अधिकारी और 450 से अधिक कंपनियां हिस्सा लेंगी। इस मेले में यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी शिरकत होगी। मेले में भारत के कई राज्य भी अलग से हिस्सा लेंगे और अपने लिए निवेश जुटाने की कोशिश करेंगे।