कोलकाता, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। रुइया समूह के चेयरमैन और इंजीनियरिंग कंपनी जेसप के मालिक पवन रुइया को शनिवार को नई दिल्ली स्थित उनके रिहायश से गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्हें रेलवे द्वारा दर्ज शिकायत के संबंध में पश्चिम बंगाल के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया।
रुइया पर धोखाधड़ी और बेईमानी को लेकर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सीआईडी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया जा रहा है।
रेलवे तथा सीआईडी के एक दल द्वारा चार नवंबर को संयुक्त तौर पर एक छापेमारी में जेसप फैक्ट्री से कथित तौर पर गायब 50 करोड़ रुपये मूल्य के रेलवे के उपकरण व कोच पाए जाने के बाद कोलकाता में रेलवे के उपनिदेशक ने दमदम पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी।
रुइया पर कथित तौर पर न्यायालय के आदेश का उल्लंघन का आरोप है। न्यायालय ने उन्हें फैक्ट्री परिसर की सुरक्षा करने को कहा था।
फैक्ट्री में अगलगी की भी कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिसकी जांच अक्टूबर में सीआईडी को सौंपी गई है।
सीआईडी ने रुइया को 26 अक्टूबर से लेकर पांच नवंबर के बीच चार बार समन जारी किया, लेकिन वह एक बार भी पेश नहीं हुए।
रुइया की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कारोबारी समूह ने सवाल उठाया कि उन्हें इस मामले में कैसे घसीटा जा सकता है।
समूह ने कहा, “पवन रुइया जेसप एंड कंपनी लिमिटेड में किसी भी पद पर नहीं हैं। न तो वह निदेशक हैं और न ही कंपनी के शेयरधारक हैं। यहां तक कि वह जेसप के परिसर में भी नहीं रहते।”
समूह के मुताबिक, “हम इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि उन्हें मामले में कैसे घसीटा जा सकता है। खैर, उनके खिलाफ लगे सभी आरोपों से हम कानूनी तरीके से निपटेंगे।”