कैलगरी (कनाडा), 27 जून (आईएएनएस)। आगामी कनाडा ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में मौजूदा विजेता ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा का लक्ष्य अपने धीमी गति से चल रही गाड़ी को एक बार फिर पटरी पर लाने का होगा।
55,000 डॉलर की पुरस्कार राशि वाले इस टूर्नामेंट की शुरुआत मंगलवार से हो रही है।
अगस्त में शुरू होने वाले रियो ओलम्पिक खेलों में कुछ ही समय शेष रह गया है और ऐसे में भारतीय बैडमिंटन जोड़ी ज्वाला और अश्विनी का अभी अपने प्रदर्शन में रफ्तार पकड़ना बाकी है।
इस वर्ष मई में हुए उबर कप में 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की विजेता जोड़ी को कांस्य पदक मिला था। वहीं, इंडोनेशिया ओपन में ज्वाला और अश्विनी को दूसरे ही चरण के मुकाबले में हार का सामना कर बाहर होना पड़ा।
न्यूजीलैंड ओपन के क्वार्टर फाइनल तक पहुंची ज्वाला और अश्विनी की जोड़ी को एक बार फिर मात झेलनी पड़ी।
पिछले साल उन्होंने यहां जुलाई में आयोजित कनाडा ओपन का खिताब जीता था और एक बार फिर इस खिताब को जीतने का लक्ष्य लेकर दोनों मंगलवार से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में कदम रखेंगी।
ज्वाला और अश्विनी अगर इस वर्ष कनाडा ओपन का खिताब जीत लेती हैं, तो पांच जुलाई से 10 जुलाई तक आयोजित होने वाले अमेरिकी ओपन टूर्नामेंट के लिए उनके आत्मविश्वास में और भी मजबूती आएगी।
इस टूर्नामेंट के पुरुष एकल वर्ग में अजय जयरामस, एच.एस. प्रणॉय, साई प्रणिथ, आर.एम.वी गुरुसाइदत्त भारती चुनौैती का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे। वहीं, प्रणव जैरी चोपड़ा तथा अक्षय देवाल्कर, अत्री और रेड्डी को युगल वर्ग में खेलते देखा जाएगा।
इसके अलावा तन्वी लाड, गडे रुत्विका शिवानी, मेघना जाक्कमपुदी, प्रातुल जोशी, हर्षील दानी, एन.सिक्की रेड्डी और पूर्विशा राम जैसे युवा खिलाड़ियों क को भी हिस्सा लेते देखा जाएगा।