देवघर (झारखंड), 10 अगस्त (आईएएनएस)। झारखंड के देवघर जिले के बेलाबगान के पास मची भगदड़ में 11 कांवड़ियों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा कांवड़िए घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घटना पर दुख जताते हुए मृतक आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है।
पुलिस के अनुसार, सावन के दूसरे सोमवार के कारण बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर के पास रविवार देर रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। मंदिर से करीब चार किलोमीटर दूर बेलाबगान के पास श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा थी। उसी दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 11 कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि 30 से ज्यादा कांवड़िए घायल हुए हैं।
देवघर के जिलाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि मंदिर में जलाभिषेक के लिए सोमवार तड़के से ही श्रद्धालु जुटने लगे थे। उसी दौरान 10 किलोमीटर पहले ही श्रद्धालुओं की लाइन लगनी शुरू हो गई। उनमें एक-दूसरे से पहले आगे जाने की होड़ लगी थी। उसी दौरान सुबह करीब पांच बजे मंदिर से करीब चार किलोमीटर दूर भगदड़ मच गई।
राज्य के श्रम मंत्री राज पलिवार और देवघर के विधायक नारायण दास सदर घायल कांवड़ियों को देखने अस्पताल पहुंचे।
पलिवार ने संवाददाताओं से कहा, “पूरी घटना की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
उधर, मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को भी हादसे से अवगत कराया है।
इस बीच जिला प्रशासन ने हादसे की जानकारी के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 06432232295 भी जारी किया है।
देवघर का शिवालय बारह ज्योतिर्लिगों में से एक है। यहां सावन में शिवभक्त गंगाजल चढ़ाने आते हैं। सुल्तानगंज से कांवड़िए गंगा जल भरते हैं और 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर बैद्यनाथ ज्योतिर्लिग पर जलाभिषेक करते हैं।