नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के प्रतिभाशाली टेनिस खिलाड़ी और शीर्ष वरीय श्रीराम बालाजी ने शनिवार को दिल्ली लॉन टेनिस संघ (डीएलटीए) कॉम्प्लेक्स में हुए फेनेस्टा ओपन नेशनल टेनिस चैम्पियनशिप के पुरुष एकल वर्ग का खिताब जीत लिया।
बेहद तेज तर्रार सर्विस के बल पर बालाजी ने फाइनल मुकाबले में गत चैम्पियन आंध्र प्रदेश के विष्णु वर्धन को सीधे सेटों में 7-5, 6-3 से हराकर करियर का पहला राष्ट्रीय खिताब जीता।
पहले सेट में विष्णुवर्धन ने बालाजी को कड़ी चुनौती दी और 5-5 तक बेहतरीन अंदाज में दिख रहे थे। लेकिन निर्णायक पलों में विष्णुवर्धन अपना धैर्य खो बैठे और लगातार फॉल्ट करते हुए मैच गंवा बैठे।
इस दौरान बालाजी ने कई बेहतरीन सर्विस कीं, हालांकि उनके शॉट में निरंतरता की कमी रही। विष्णुवर्धन के लोवर वॉली शॉट पर रिटर्न में विशेष तौर पर बालाजी परेशान दिखे। पहले सेट में 5-6 से पिछड़ने के बाद विष्णु जैसे लय खो बैठे और उन्हें 5-7 से सेट गंवाना पड़ा।
पहला सेट जीतने के बाद बालाजी ने दूसरे सेट में आक्रामक वापसी की। दूसरे सेट में बालाजी अधिक नियंत्रण में भी नजर आए। विष्णु कई बार बालाजी के सर्विस पर लाचार नजर आए, हालांकि लंबी रैलियों में वह बालाजी को गलतियां करने के लिए मजबूर करते रहे।
दोनों ही खिलाड़ियों ने नेट पर अपनी फुर्ति और सूझबूझ भरे खेल से दर्शकों का अच्छा मनोरंजन किया और 5-3 से बढ़त ले चुके बालाजी को मैच अपनी झोली में डालने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।
बालाजी इससे पहले वी. एम. रंजीत के साथ पुरुष युगल वर्ग का खिताब भी जीतने में सफल रहे। नेशनल चैम्पियनशिप में दोहरा खिताब जीतने पर बालाजी ने खुशी जताई और अगले साल फिर से अपने खिताब का बचाव करने लौटने का वादा किया।
मैच के बाद बालाजी ने कहा, “राष्ट्रीय चैम्पियनशिप का महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है और यहां करियर का पहला खिताब जीतकर खुश हूं। मुझे पता था कि विष्णु के खिलाफ फाइनल मैच कठिन होने वाला है इसलिए काफी तैयारी के साथ फाइनल खेलने उतरा था।”
बालाजी ने कहा, “पहला सेट काफी चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन दूसरे सेट में विष्णु ने गलतियां करनी शुरू कर दीं, जिसका मैंने पूरा फायदा उठाया।”
उल्लेखनीय है कि जीत के साथ बालाजी को अगले साल होने वाले दिल्ली ओपन टेनिस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाइंग वाइल्ड कार्ड भी मिल गया।