अदीस अबाबा, 30 मार्च (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने प्राणघातक बीमारी इबोला के खिलाफ लड़ाई के प्रति अपने निरंतर समर्थन को दोहराया है।
गौरतलब है कि पश्चिम अफ्रीकी देशों से फैली यह महामारी अब 10,000 से अधिक लोगों की जान ले चुका है।
इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में अफ्रीकी संघ और अफ्रीकी आर्थिक आयोग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित योजना, अर्थव्यवस्था एवं वित्त मामलों के अफ्रीका मंत्रियों के वार्षिक सम्मेलन से इतर रविवार को इबोला पर चर्चा के लिए एक सत्र का अलग से आयोजन किया गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सोमवार को इस सत्र की अध्यक्षता कर रहे डब्ल्यूएचओ की अफ्रीका में निदेशक मातशिदिसो रेबका मोएती के हवाले से कहा कि इस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित तीनों देशों गिनी, सिएरा लियोन और लाइबेरिया पर बहु-आयामी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
तीनों ही देश इबालो पर पूरी तरह नियंत्रण पाने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और मोएती ने इस पर पूरी तरह नियंत्रण पाने तक अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से निरंतर अपना समर्थन जारी रखने पर जोर दिया।
मोएती ने कहा, “सबसे पहले तो देशों को इसे जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा। हमें इस महामारी को रोकना होगा और जब तक हम अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते हमें अपना समर्थन जारी रखना होगा।”
संयुक्त राष्ट्र विकसित समूह की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष पश्चिम अफ्रीकी देशों से फैली यह महामारी मानव इतिहास में सबसे लंबे समय तक चलने वाली, सर्वाधिक प्राणघातक और सर्वाधिक जटिल है।