लखनऊ, 25 सितंबर- उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में गुपचुप तरीके से बम बना रहे सिमी के फरार आतंकवादी दिल्ली जाने की फिराक में थे। यह बात उन्होंने अपने मददगारों को बताई थी। आतंकियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने उत्तराखंड से सटे जंगलों में ड्रोन कैमरे की मदद से तलाश शुरू कर दी है।
विस्फोट के बाद भाटन मोहल्ले में स्थित अपनी दूसरी पनाहगाह पहुंचे आतंकियों ने मेरठ व गाजियाबाद के बाद दिल्ली जाने की बात कही थी। इस कारण सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। आशंका जताई जा रही है कि आतंकवादी दिल्ली में किसी महत्वपूर्ण स्थान पर बम विस्फोट करने की साजिश रच रहे थे।
दूसरी ओर, मध्य प्रदेश पुलिस को भी सिमी आतंकियों के बारे में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। आईजी (कानून-व्यवस्था) अमरेंद्र कुमार सेंगर ने बताया कि बिजनौर पुलिस ने अदालत से आतंकियों के तीन मददगारों रईस अहमद, अब्दुल्ला व हुस्ना की पांच दिन की पुलिस हिरासत मांगी, जो मंजूर कर ली गई। तीनों को गोपनीय स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। खासतौर पर आतंकियों की करीबी हुस्ना से उनके संभावित ठिकानों के बारे में पूछताछ चल रही है। एटीएस को जानकारी मिली है कि आतंकी बिजनौर में विस्फोट से 20 दिन पहले जानसठ भी गए थे।
एटीएस व एनआईए की टीमों ने उत्तराखंड पुलिस की मदद से आतंकियों की तलाश में भी तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग सका।
सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों के कुछ अहम सुराग मध्य प्रदेश पुलिस के हाथ लगे हैं। उसी आधार पर सुरक्षा एजेंसियों ने अपना ध्यान उत्तराखंड के सीमावर्ती जंगलों पर केंद्रित कर दिया है। विस्फोट के बाद आतंकियों को भगाने में मदद करने वाले सादिक के करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।