अगरतला, 27 जून (आईएएनएस)। त्रिपुरा की प्रतापगढ़ और सूरमा विधानसभा सीटों पर शनिवार को हुए उपचुनाव में खराब मौसम के बावजूद 83 फीसदी से अधिक लोगों ने मतदान किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और दोनों ही सीटों पर मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा।
त्रिपुरा उपचुनाव में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में प्रत्याशियों की तस्वीरें प्रदर्शित की गईं, ताकि मतदाताओं को किसी तरह का भ्रम न रहे।
राज्य के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी देबाशीष मोडक ने आईएएनएस से कहा, “प्रतापगढ़ और सूरमा विधानसभा सीटों पर 83 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। दो अलग-अलग मतदान केंद्रों से दो इवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ के अलावा किसी अन्य घटना की कोई खबर नहीं है।”
अधिकारी ने बताया, “दोनों विधानसभा सीटों के कुल 115 मतदान केंद्रों में से अधिकांश पर महिलाओं सहित मतदाताओं की लंबी कतारें लगी रहीं।”
मोडक ने कहा, “केंद्रीय अर्धसैनिक बल और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के सुरक्षाकर्मियों को सुचारू मतदान के लिए तैनात किया गया था।”
पुलिस महानिरीक्षक (पुलिस नियंत्रण) नेपाल दास ने आईएएनएस को बताया कि मतदान के दौरान कहीं से भी किसी तरह की कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है।
अधिकारियों के अनुसार, प्रतापगढ़ में 50,0004 और सूरमा में 42,142 मतदाताओं को मताधिकार प्राप्त था और उन्हें कुल नौ प्रत्याशियों से अपना उम्मीदवार चुनना था।
दोनों ही सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थीं और मतों की गणना 30 जून को होगी।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दिग्गज नेता एवं पूर्व मंत्री प्रतापगढ़ से विधायक अनिल सरकार और सूरमा के विधायक एवं पूर्व मंत्री सुधीर दास के निधन के कारण दोनों सीटों पर उप-चुनाव कराना पड़ा।