अगरतला, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। त्रिपुरा की केंद्रीय जेल से तीन कैदियों के भागने के बाद लापरवाही बरतने के लिए जेल अधीक्षक समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। तीनों कैदी उम्र कैद की सजा काट रहे थे। अधिकारियों ने यह जानकारी सोमवार को दी।
गृह (जेल)विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “त्रिपुरा की केंद्रीय जेल के अधीक्षक संतोष बहादुर समेत तीन अधिकारियों को लापरवाही बरतने के लिए रविवार रात निलंबित कर दिया गया।”
उन्होंने कहा कि सेपाहीजला जिले की बिशालगढ़ जेल से शुक्रवार रात तीन दोष सिद्ध अपराधियों-मिलान देबबर्मा (28), स्वर्ण कुमार त्रिपुरा (22) और रबिन्द्र त्रिपुरा (24) के भागने के बाद कार्रवाई की गई है।
दोष सिद्ध अपराधी हत्या समेत विभिन्न अपराधों के लिए साल 2012 से जेल में थे।
सेपाहीजला जिले के पुलिस प्रमुख सुदीप्त दास ने कहा कि विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चल रहा है और राज्य के सभी 74 पुलिस थानों को अलर्ट पर रखा गया है।
दास ने कहा, “अपराधियों को सीमा पार कर बांग्लादेश जाने से रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को भी सीमा पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है।”
जेल की वर्तमान सुरक्षा व्यवस्था के अध्ययन और सुधारात्मक उपाय करने के लिए राज्य के मुख्य सचिव यशपाल सिंह और पुलिस महानिदेशक के.नागराज ने रविवार को यहां से 25 किलोमीटर दूर स्थित जेल का दौरा किया।
तत्कालीन महाराजा बीरचंद्र माणिक्य बहादुर ने 142 साल पहले (1874 में) अगरतला में केंद्रीय जेल की स्थापना की थी जिसे साल 2013 में विशालगढ़ स्थानान्तरित कर दिया गया था।