अगरतला, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के दावों के उलट शनिवार को कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने नहीं जा रहे, हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि त्रिपुरा में सत्तारूढ़ वाम दल को सत्ता से बाहर करने के लिए वह महागठबंधन या ‘एंटी लेफ्ट महा जॉट’ बनाने पर विचार कर रहे हैं।
ममता बनर्जी ने हाल ही में संकेत दिया था कि त्रिपुरा तृणमूल के कुछ नेताओं ने नई दिल्ली जाकर भाजपा नेताओं से मुलाकात की है।
त्रिपुरा में तृणमूल के शीर्ष नेता सुदीप रॉय बर्मन ने कहा, “हम भाजपा में शामिल नहीं होंगे। हम एक ‘एंटी लेफ्ट महा जॉट’ तैयार करने के इच्छुक हैं, जिससे कि सत्तारूढ़ वामदल को अगले साल होने वाले चुनाव में सत्ता से उखाड़ फेंका जाए।”
यहां पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए बर्मन ने कहा कि भाजपा अपने दम पर त्रिपुरा में एक सीट नहीं जीत सकती।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से त्रिपुरा से तृणमूल सहित कई दलों के नेताओं के भाजपा में शामिल होने की खबरें आती रही हैं।
तृणमूल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मंत्री और त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष सुरजीत दत्ता और तृणमूल की प्रदेश समन्वय समिति के अध्यक्ष रतन चक्रवर्ती सहित समिति के 15 अन्य सदस्यों ने पिछले महीने भाजपा से हाथ मिला लिया।
पांच बार कांग्रेस विधायक रह चुके दत्ता और कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके चक्रवर्ती कई वर्ष पहले तृणमूल से जुड़े और वाम शासित त्रिपुरा में तृणमूल की आधार मजबूत की।
ममता बनर्जी ने पिछले सप्ताह कोलकाता के एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में संकेत दिया था कि बर्मन और तृणमूल के अन्य विधायक दिल्ली गए थे, जहां उन्होंने भाजपा नेताओं से मुलाकात की।
वहीं बर्मन ने बनर्जी के संदेह को खारिज किया है और कहा है कि वे त्रिपुरा से जुड़े मुद्दों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराने गए थे। हालांकि तृणमूल नेताओं से मोदी की मुलाकात नहीं हो पाई थी।