बैंकॉक, 10 मई (आईएएनएस)। दक्षिणपूर्व एशिया के सबसे बड़े औद्योगिक एवं कारोबारी आयोजन के 2016 के संस्करण में भारत की सात कंपनियां हिस्सा ले रही हैं, जिसमें सेवा क्षेत्र की दो कंपनियां शामिल हैं।
बैंकॉक, 10 मई (आईएएनएस)। दक्षिणपूर्व एशिया के सबसे बड़े औद्योगिक एवं कारोबारी आयोजन के 2016 के संस्करण में भारत की सात कंपनियां हिस्सा ले रही हैं, जिसमें सेवा क्षेत्र की दो कंपनियां शामिल हैं।
यह आयोजन यहां 11 मई से शुरू हो रहा है।
सेवा क्षेत्र में विंग्स ट्रैवल मैनेजमेंट और जिलिंगो पहली भारतीय कंपनियां हैं, जो सबकॉन थाईलैंड 2016 में हिस्सा ले रही हैं।
विंग्स ट्रैवल मैनेजमेंट की पर्यटन क्षेत्र में निवेश अवसरों पर नजर है, जबकि जिलिंगो ई-वाणिज्य क्षेत्र में अवसर ढूंढें़गी।
बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट ऑफ थाईलैंड, थाई सबकॉइन्ट्रैक्टिंग प्रमोशन एसोशिएशन के साथ यूबीएम एशिया (थाईलैंड) इस वार्षिक कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। इसमें अन्य भारतीय कंपनियों में वी गार्ड इंडस्ट्रीज (विद्युत उपकरण), लॉएड स्टील इंडस्ट्रीज (इस्पात एवं भारी इंजीनियरिंग फैब्रिकेशन), ग्रॉयर एंड वेल इंडिया (केमिकल्स) और जेनिथ इंटरप्राइजेज (मशीनरी) हैं।
भारत और थाईलैंड के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ा है और यह 2004 से 2014 के दौरान चार गुना से अधिक बढ़ा है। इस दौरान यह 2.05 अरब डॉलर से बढ़कर 8.65 अरब डॉलर हो गया है।
वर्ष 2015 में थाईलैंड का निर्यात 5.29 अरब डॉलर और आयात 3.03 अरब डॉलर रहा है। भारत थाईलैंड के लिए 10वां निर्यातक देश है और देश का 16वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
थाईलैंड केमिकल्स, प्लास्टिक, रत्न एवं आभूषण, एयरकंडीशन और उसके कलपुर्जे, इंटरनेट कॉम्बसन इंजन, ऑटो पार्ट्स, लौह, इस्पात, रबड़, विद्युत उपकरण और कंप्यूटर हैं।
भारत से थाईलैंड को किए जाने वाले उत्पादों में केमिकल्स, नौकाएं, ऑटो पार्ट्स, विद्युत उपकरण, बहुमूल्य पत्थर, चांदी एवं सोना, संयंत्र, अयस्क, लौह एवं उत्पाद, दवा और धागा आदि हैं।