पटना, 27 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि बिहार को विशेष राज्य का और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली और बिहार के लोग एक हो जाएं तो ‘पूर्ण राज्य’ और ‘विशेष राज्य’ का दर्जा देने से कोई रोक नहीं सकता।
पटना में बिहार लोक सेवा अधिनियम, 2011 के ‘कुशल लोक सेवा प्रणाली से नागरिकों का सशक्तीकरण’ विषय पर आयोजित एक सेमिनार में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मंच साझा करते हुए नीतीश ने कहा कि जनता के बीच जाने से असलियत पता चलती है। यही कारण है कि उन्होंने वर्ष 2009 में विकास यात्रा की और एक शाम एक गांव में जाकर रात गुजारी। इसी क्रम में लोग अपनी समस्याएं सुनाते थे।
उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार से संबंधित जो मामले थे, उनमें मैंने सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। भ्रष्ट अधिकारियों की संपत्ति जब्त करने का कड़ा कानून लागू किया गया। लोगों के बीच जाने पर ही ऐसा काम हो सका। लोगों की आवाज सुनकर ऐसे विचार आए।”
लोक सेवा अधिकार कानून की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, “इस कानून से लोगों को काफी फायदा हुआ है। मैं जो कहता हूं, वही करता हूं।”
नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लिए बगैर कहा, “कई लोग जुमला बोलकर काम करने से पीछे हट जाते हैं।”
सेमिनार में उन्होंने केजरीवाल द्वारा दिल्ली की बेहतरी के लिए किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा की।