चीन के अधिकारी काफी समय से कंपनी को यह चेतावनी दे रहे थे कि वह गैर कानूनी गतिविधि में संलग्न है, क्योंकि कानून के मुताबिक निजी कार मालिक अपनी कार का उपयोग लाभ के लिए यात्री को सेवा देने में नहीं कर सकते। दीदी और उबर एप का उपयोग कर यात्रियों को सेवा देने वाले कई कार चालकों पर चीन के शहरों में आम तौर पर पुलिस जुर्माना लगाती है।
कंपनी ने गुरुवार को जारी अपने बयान में कहा कि दीदी को मिला लाइसेंस सेवा के लिए मील का पत्थर है। इससे पता चलता है कि अधिकारियों ने परिवहन क्षेत्र में नवाचार को मान्यता दी है।
इस लाइसेंस के बाद दीदी और उबर जैसी कंपनियों को वैधानिक तौर पर दूसरे शहरों में भी संचालन करने का अवसर मिल सकता है।