सियोल, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया में रिश्वत लेने के आरोपों से घिरे प्रधानमंत्री ली वान-कू ने इस मामले में इस्तीफा देने की अटकलों को गुरुवार को खारिज किया।
ली ने नेशनल असेंबली के सत्र में हिस्सा लेने के दौरान कहा, “मैं बिना डरे अपने आधिकारिक कर्तव्यों का निर्वाह करता रहूंगा।”
समाचार एजेंसी योनहाप के अनुसार, प्रमुख विपक्षी ‘न्यू पॉलिटिक्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी’ के नेता मून जाए-इन ने धमकी दी थी कि यदि ली इस्तीफा नहीं देते तो उनके खिलाफ महाभियोग चलाया जाएगा।
ली पर 2013 में एक व्यवसायी से तीन करोड़ वोन ( 27,000 डॉलर) की नकद रिश्वत के रूप में लेने का आरोप है, जब वह संसदीय चुनाव लड़ रहे थे। इधर, ली ने बार-बार इन आरोपों का खंडन किया है।
व्यवसायी सुंग वान-जोन ने पिछले सप्ताह आत्महत्या कर ली थी। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री ली और सात अन्य पूर्व तथा मौजूदा वरिष्ठ राजनेताओं को कई डॉलर दिए थे।
विपक्षी नेता मून ने कहा, “यदि ली प्रधानमंत्री के पद पर बने रहते हैं, तो हमारी पार्टी उन्हें बर्खास्त करने का प्रस्ताव लाने पर विचार करेगी।”
दक्षिण कोरिया के कानून के मुताबिक, यदि संसद के एक-तिहाई सदस्य प्रधानमंत्री के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन करते हैं तो इस संबंध में प्रस्ताव लाया जा सकता है। हालांकि दक्षिण कोरिया में ऐसी नौबत एक भी बार नहीं आई है।