मुंबई, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) ने धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (डीएसआईआर) को अपनी प्रतिष्ठित ग्रीन सिटी ‘प्लेटिनम’ रेटिंग से सम्मानित किया है। धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (डीएसआईआर) दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा (डीएमआईसी) परियोजना के तहत गुजरात में विकसित किया जाने वाला एक औद्योगिक शहर है।
डीएमआईसीडीसी की ओर से यहां जारी बयान के अनुसार, 920 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैली और 540 वर्ग किमी क्षेत्र में विकसित की जाने वाली धोलेरा सिटी, भारत की सबसे बड़ी ग्रीन सिटी होगी। इस स्मार्ट सिटी को रेटिंग प्रमाण पत्र मुंबई में आईजीबीसी की ग्रीन बिल्डिंग कांग्रेस 2016 में शनिवार को वल्र्ड ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल के अध्यक्ष ताई ली सियांग द्वारा प्रस्तुत किया गया।
धोलेरा आईजीबीसी ग्रीन सिटी का दर्जा पाने वाला दुनिया में प्रथम कुछ शहरों मंे एक और भारत में पहली ग्रीनफील्ड सिटी है।
बयान के अनुसार, धोलेरा का चयन आईजीबीसी ग्रीन सिटीज रेटिंग के द्वारा परिभाषित सात पर्यावरण श्रेणियों में हासिल क्रेडिट अंक के आधार पर किया गया है। इन सात पर्यावरण श्रेणियों में आईजीबीसी की अनिवार्य आवश्यकताओं के अलावा पारिस्थितिकी दृष्टि, भूमि उपयोग योजना और निर्मित पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं सेहत, निरंतरता एवं गतिशीलता, जल, ऊर्जा और अवसंरचना प्रबंधन, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी और शहरी योजना में नयापन शामिल है।
डीएमआईसीडीसी के सीईओ और एमडी, अल्केश कुमार शर्मा ने कहा कि शहर की विश्वस्तरीय बुनियादी सुविधाएं दुनिया भर के सर्वोत्तम तौर-तरीकों के मामले में एक मानक है और यहां कुशल गतिशीलता योजना, अपशिष्ट जल का 100 फीसदी उपचार और पुन: उपयोग, कचरे का सार्वजनिक डंपिंग के बगैर ठोस अपशिष्ट का संग्रह, तेज धारा वाले जल का प्रबंधन और वर्षा जल संचयन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
उन्होंने कहा, “धोलेरा की डिजाइन बनाने के चरण से ही इसे ग्रीन सिटी के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई और परियोजना टीम ने इस दिशा में ठोस प्रयास किया। आने वाले दिनों में, धोलेरा सिटी रक्षा, एयरोस्पेस और भारी इंजीनियरिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में औद्योगिक स्थल के लिए विकास के अवसर प्रदान करेगी।”
शर्मा ने कहा, “प्लेटिनम रेटिंग से आखिरकार हमारे ग्राहकों को ही फायदा होगा, क्योंकि धोलेरा के संचालन के लिए जीवन चक्र व्यय अन्य शहरों की तुलना में कम हो जाएगा।”
आईजीबीसी के अध्यक्ष डॉ. प्रेम सी. जैन ने कहा, “धोलेरा एक ऐसी परियोजना है जिस पर देश गर्व कर सकता है और यह शहर के नियोजन में वैश्विक मानक स्थापित कर हरियालीनुमा रास्ते पर चलने में अग्रणी हो गया है।”
उन्होंने कहा, “स्मार्ट शहरों के विकास पर सरकार के द्वारा ध्यान देने के कारण, धोलेरा देश में सभी आगामी ग्रीनफील्ड शहरों के लिए एक प्रेरणास्रोत होगा।”
धोलेरा में निर्माण कार्य अप्रैल 2016 में शुरू हुआ। इसके तहत सड़कों और भूमिगत सेवाओं, एबीसीडी निर्माण, जल उपचार संयंत्र, सीवेज उपचार संयंत्र और आईसीटी के लिए 2,300 करोड़ रुपये के ठेके दिए गए थे।