नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार सुबह 300 हज यात्रियों के पहले जत्थे को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के हज टर्मिनल से रवाना किया।
नकवी ने हज यात्रियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “इस बार अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हज कमिटी ऑफ इंडिया एवं अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ मिल कर हज 2017 की तैयारियां समय से बहुत पहले ही पूरी कर ली थी, ताकि हज यात्रा को सरल-सुगम बनाया जा सके।”
उन्होंने कहा, “नई हज नीति-2018 जल्द ही तैयार कर ली जाएगी और अगले साल से हज इस नई पॉलिसी के अनुसार आयोजित किया जाएगा। हज नीति 2018 तय करने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी अपनी रिपोर्ट जल्द ही सौंप देगी। नई हज पॉलिसी का उद्देश्य हज की संपूर्ण प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाना है। समुद्री मार्ग से हज यात्रा को दोबारा शुरू करना भी नई पॉलिसी में शामिल है।”
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हज यात्रियों के मुंबई से समुद्री मार्ग के जरिए जेद्दा जाने का सिलसिला 1995 में रुक गया था। हज यात्रियों को जहाज (समुद्री मार्ग) से भेजने पर यात्रा संबंधी खर्च करीब आधा हो जाएगा। नई तकनीक एवं सुविधाओं से युक्त पानी का जहाज एक समय में चार से पांच हजार लोगों को ले जाने में सक्षम हैं। मुंबई और जेद्दा के बीच 2,300 नॉटिकल मील की एक ओर की दूरी सिर्फ दो-तीन दिनों में पूरी कर सकते हैं। जबकि पहले पुराने जहाज से 12 से 15 दिन लगते थे।
इस वर्ष भारत में 21 केंद्रों से एक लाख 70 हजार से ज्यादा हज यात्री हज पर जा रहे हैं। दिल्ली से 1,628 हज यात्री हज पर जाएंगे। इसके अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ से हाजियों को मिलाकर दिल्ली से 16,600 यात्री हज पर जा रहे हैं।