नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने बुधवार को कहा कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं को चाहिए कि वे सामाजिक संगठनों और समुदायों को हितधारकों के रूप में शामिल करें।
नड्डा ने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के अंतर्गत सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थाओं में सुधार लाने की पहल ‘कायाकल्प’ के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए बुलाई गई सरकारी अस्पतालों/संस्थाओं के निदेशकों और चिकित्सा अधीक्षकों की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थाओं को जनता, गैर-सरकारी संगठनों, स्वयंसेवी संगठनों को स्वच्छता अभियान में भागीदार बनने और स्वास्थ्य केन्द्र की स्वच्छता की जिम्मेदारी साझा करने के लिए आमंत्रित करना चाहिए।
नड्डा ने उन्हें प्रोत्साहन देने के लिए पुरस्कारों की स्थापना जैसे कदम उठाने का भी सुझाव दिया।
स्वास्थ्य मंत्री को विभिन्न सरकारी अस्पतालों और संस्थानों में इस पहल के कार्यान्वयन के संबंध में ताजा स्थिति से अवगत कराया गया। स्थिति की समग्र समीक्षा करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिया कि अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा दौरा करने से स्वच्छता की स्थिति बेहतर बन सकती है।
बैठक में सचिव (स्वास्थ्य) बी.पी. शर्मा, अपर सचिव एवं प्रबंध निदेशक, एनएचएम सी.के. मिश्रा, अपर सचिव, (स्वास्थ्य) अरुण के. पांडा और महानिदेशक (सीजीएचएस) नवरीत सिंह कंग एवं मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।