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 नाम बड़े और दर्शन छोटे:भारतीय रेल | dharmpath.com

Thursday , 1 May 2025

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नाम बड़े और दर्शन छोटे:भारतीय रेल

15177_492434054156081_324788700_n431915_492433864156100_616974550_n923035_492434240822729_942827496_nब्यूरो(भोपाल)– भारतीय रेलवे किराया बढ़ाती है और हर बार सुविधायें ज्यादा देने का दम भी भरती है,लेकिन सभी बजट जाने के बाद भूल जाते हैं की क्या वादा किया था,नेताओं और अफसरों की ऐसी झूठी और बेशर्म फ़ौज खड़ी हो गयी है की देश को घुन की तरह खाये जा रही है ,भारतीय रेल की वादाखिलाफी की एक तस्वीर आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं ये कोई जंक यार्ड के फोटो नहीं हैं ये फोटो हैं चलती हुई ट्रेन के जो यात्रियों को ढो रही है वह भी प्रथम श्रेणी के।देश के लोगों की मजबूरी हो गयी है इस तरह की तस्वीर हर जगह सामने आती है,आप किसी भी हिस्से में चले जाएँ देश के हर तंत्र का यही हाल है बड़े २ नारे ,जुमले हर तरफ लेकिन कार्य कहीं नहीं,उस समय ठीक था जब कोयले का इंजन लगता था ,सारे यात्री काले -काले एक ही रंग में रंगे,आज सबसे ज्यादा गन्दगी रेल में वातानुकूलित श्रेणी में है न ही पर्दे धुले होते हैं और न ही शौचालय अच्छे होते हैं,रेल खानपान की सुविधाओं का तो कोई पुरसाने हाल ही नहीं,भारत में कब जिम्मेदार अधिकारी आयेंगे यह इन्तेजार का विषय है  ……. मालिक से प्रार्थना है हमारे देश का भला हो।

नाम बड़े और दर्शन छोटे:भारतीय रेल Reviewed by on . ब्यूरो(भोपाल)-- भारतीय रेलवे किराया बढ़ाती है और हर बार सुविधायें ज्यादा देने का दम भी भरती है,लेकिन सभी बजट जाने के बाद भूल जाते हैं की क्या वादा किया था,नेताओं ब्यूरो(भोपाल)-- भारतीय रेलवे किराया बढ़ाती है और हर बार सुविधायें ज्यादा देने का दम भी भरती है,लेकिन सभी बजट जाने के बाद भूल जाते हैं की क्या वादा किया था,नेताओं Rating:
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