काठमांडू, 17 सितंबर (आईएएनएस)। नेपाल के प्रमुख राजनीतिक दलों ने 70 वर्षो के लंबे इंतजार के बाद नए संविधान को मिली मंजूरी की सराहना की है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नेताओं ने बुधवार रात जबर्दस्त बहुमत के साथ संविधान को मंजूरी मिलने के बाद दावा किया कि यह सभी नेपालियों की जीत है, क्योंकि यह संविधान लोगों के प्रतिनिधियों द्वारा लिखा गया है।
नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने कहा, “यह नेपाल और नेपालियों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है। हमें मोमबत्तियां जलाकर इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाना चाहिए।”
सरकार पहले ही नए संविधान को मंजूरी मिलने की खुशी में देशव्यापी जश्न के लिए 20-21 सितंबर को सार्वजनिक छुट्टी घोषित कर चुकी है।
राष्ट्रपति राम बरन यादव 20 सितंबर को नए संविधान का लोकार्पण करने जा रहे हैं।
संविधान लागू होने की प्रक्रिया में एक अहम भूमिका निभाने वाले यूनीफाइड कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवाद) ने भी नए संविधान का स्वागत किया है और इसे नेपाल की जीत बताया है।
पार्टी अध्यक्ष पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ ने संविधान अनुमोदन के बाद कहा, “यह एक ऐतिहासिक पल है, क्योंकि वर्षो बाद एक सपना साकार हुआ है। मैं संविधान संशोधन प्रक्रिया से दूर रहे सभी राजनीतिक दलों से वार्ता में शामिल होने का आग्रह करता हूं, क्योंकि संविधान संशोधन के लिए दरवाजे पूरी तरह खुले हुए हैं।”