नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)। देश के प्रख्यात पर्वतारोही हरभजन सिंह को उनकी आजीवन उपलब्धियों के लिए सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार प्रदान किया।
हरभजन के अलावा ताषी मलिक, नुंगशी मलिक और देबाशीष बिश्वास को भू-साहसिक कार्यो के लिए जबकि रितु किशोर केडिया और बी. राजकुमार को क्रमश: जलीय और हवाई-साहसिक कार्यो के लिए तेनजिंग साहसिक पुरस्कार प्रदान किए गए।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) में महानिरीक्षक हरभजन अर्धसैनिक बल के 12वें हिमवीर हैं, जिन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।
पंजाब के होशियारपुर जिले में धोलोवाल गांव के रहने वाले हरभजन का जन्म 1956 में हुआ और 1980 में वह आईटीबीपी में आए।
राष्ट्रीय स्तर के एथलीट हरभजन जूडो में राष्ट्रीय चैम्पियन रह चुके हैं। वह आईटीबीपी की ओर से तीन बार दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की सफलतापूर्वक ऊंचाई नाप चुके है।
इसके अलावा हरभजन नंदा देवी, एबी गामिन, माना, पिरामिड, स्फिंक्स, सातोपंथ, पंचाचुली-2, स्टोक कांगड़ी, रिमो ग्लेसियर और कैस्केट जैसी जटिल पर्वत चोटियां फतह कर चुके हैं।
पर्वतारोहण में अपनी अभूतपूर्व उपलब्धियों के लिए हरभजन को पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है।