इस्लामाबाद, 24 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान की एक अदालत ने मंगलवार को मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के पूर्व कार्यकर्ता सौलत मिर्जा लिए फांसी का दोबारा वारंट जारी किया। सौलत को एक अप्रैल को फांसी दी जाएगी।
समाचारपत्र ‘डॉन’ की वेबसाइट के मुताबिक, जुलाई 1997 में कराची विद्युत आपूर्ति निगम (केईएससी) के पूर्व प्रमुख शाहिद हामिद, उनके चालक अशरफ ब्रोही और अंगरक्षक खान अकबर की हत्या के अपराध में एक आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) ने मई 1999 में मिर्जा को मौत की सजा सुनाई थी।
मिर्जा को अप्रैल 2014 में चार अन्य खूंखार कैदियों के साथ बलूचिस्तान की माछ जेल भेज दिया गया था। पिछले सप्ताह मिर्जा की फांसी 72 घंटों के लिए स्थगित कर दी गई थी। आंतरिक मंत्री चौधरी निसार ने बताया था कि मिर्जा की तबियत ठीक न होने के कारण उसकी फांसी रोक दी गई थी।
मिर्जा को 19 मार्च को फांसी दी जानी थी, लेकिन राष्ट्रपति के आदेश के बाद फांसी स्थगित कर दी गई थी।