हैदराबाद, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। क्रांतिकारी कवि वरवरा राव ने सोमवार को आरोप लगाया कि पुलिस ने आंध्र-ओडिशा सीमा के पास नक्सलियों की एक बैठक पर हमला कर उनकी हत्या कर दी।
पुलिस ने दावा किया है कि नक्सलियों को एक मुठभेड़ में मारा गया। लेकिन पुलिस के इस दावे को खारिज करते हुए राव ने कहा कि नक्सलियों की बैठक पर जानबूझकर हमला किया गया था।
ओडिशा के मलकानगिरी जिले में सोमवार को कथित मुठभेड़ में 20 से ज्यादा नक्सली मारे गए। यह घटना ओडिशा और आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा एक संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान हुई।
इसमें नक्सलियों के कुछ शीर्ष नेताओं के मारे जाने की आशंका है। ज्यादातर मारे गए नक्सली आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से हैं।
वरवरा राव ने हमले में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
क्रांतिकारी लेखकों की संस्था वीरासम के नेता राव ने कहा, “क्या नक्सलियों ने आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद कोई हमला किया था? तब इस फर्जी मुठभेड़ की क्या जरूरत थी?”
राव ने मामले की जांच उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के शव को विशाखापत्तनम लाया जाना चाहिए।