न्यूयॉर्क, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)। पोप फ्रांसिस की पहली सेल्फी जो इस सप्ताह की शुरुआत में सोशल मीडिया पर खूब छाई रही, वह असली नहीं है।
वेबसाइट ‘मेशेबल डॉट कॉम’ की बुधवार की रिपोर्ट के मुताबिक, ” सेल्फी के लिए पोज लेते दिखाई देते पोप की तस्वीर सोमवार को 1,40,000 फॉलोअर्स वाले एक इंस्टाग्राम खाते पर एक कैप्शन के साथ पोस्ट की गई, जिसमें लिखा था ‘पहली सेल्फी’। उसके बाद कई समाचार साइट्स ने उसे प्रकाशित किया।”
बाद में वैटिकन प्रेस कार्यालय ने पुष्टि की कि पोप का कोई इंस्टाग्राम खाता नहीं है और तस्वीर एक वीडियो चैट के जरिए आई थी जो उन्होंने सितम्बर 2014 के आसपास युवाओं से की थी।
पोप फ्रांसिस ने इसी वर्ष की शुरुआत में अमेरिका की यात्रा के दौरान लोगों को सोशल मीडिया पर ‘लाइक्स’ बटोरने की होड़ को लेकर चेताया था।
पोप ने कहा था, “कई प्रकार की आधुनिक परिस्थतियों का मूल कारण एक प्रकार का स्वाभाविक अकेलापन है जिसमें आज काफी लोग रहते हैं। किसी भी प्रकार के सोशल नेटवर्क में फॉलोअर्स जुटाने जैसे नवीनतम चलन के पीछे भागना इसका कारण है।”
हालांकि पोप ने लोगों को सोशल मीडिया के पीछे न भागने की नसीहत दी है, लेकिन वे खुद सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं।
उनके आधिकारिक ट्विटर खाते में उनके 81 लाख 20 हजार फॉलोअर्स हैं।