मुंबई, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। कुश्तीबाज-अभिनेता संग्राम सिंह का कहना है कि उनकी अभिनेत्री दोस्त प्रत्यूषा बनर्जी की मौत की खबर ‘दिल तोड़ने’ वाली है, लेकिन उससे भी कहीं तकलीफदायक इस घटना से लोगों को अपना स्वार्थ साधते देखना है।
मुंबई, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। कुश्तीबाज-अभिनेता संग्राम सिंह का कहना है कि उनकी अभिनेत्री दोस्त प्रत्यूषा बनर्जी की मौत की खबर ‘दिल तोड़ने’ वाली है, लेकिन उससे भी कहीं तकलीफदायक इस घटना से लोगों को अपना स्वार्थ साधते देखना है।
संग्राम ने रुंधे गले से कहा, “मैं बहुत दुखी हूं कि इस दुखद घटना के वक्त यहां नहीं था। मैं जब दक्षिण अफ्रीका से लौटा, तो मैं सिर्फ उनकी शोक सभा में शामिल हो सका। मैं उनके माता-पिता को उस स्थिति में देखकर बहुत दुखी हूं।”
उन्होंने कहा, “किसी भी मां-बाप के लिए अपनी इकलौती औलाद का मरा मुंह देखना ठीक नहीं है। प्रत्यूषा की मां मुझे मेरी मां की याद दिलाती हैं। एक सीधी-सादी महिला, जो यह समझने की कोशिश कर रही है कि उसकी बच्ची के साथ क्या हुआ था। यह तकलीफदायक है।”
संग्राम ने कहा कि इससे भी कहीं ज्यादा तकलीफदायक टेलीविजन जगत के कुछ लोगों को इस दुखद घटना का इस्तेमाल अपना स्वार्थ साधने के लिए करते देखना है।
उन्होंने कहा, “उनकी (प्रत्यूषा)ओर से मीडिया से बात करने वाले ये दोस्त कौन हैं? और मीडिया इन लोगों के नाटक को भाव क्यों दे रही है?..उन लोगों पर धिक्कार है, जो इस दुखद घटना का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ रो, गा व चिल्ला रहे हैं।”
संग्राम ने कहा, “कोई (राखी सावंत) दुनिया को पंखे पर रोक लगा देने का उपदेश देने के लिए पंखा लेकर पुलिस थाने पहुंच जाता है। उन्हें दुखद घटना को तमाशा बनाने की इजाजत क्यों दी जा रही है? सिर्फ एक ही सच्ची दोस्त है, जिसे वाकई जो हुआ, उसकी परवाह है और वह एक दोस्त काम्या पंजाबी हैं।”
संग्राम ने कहा कि वह प्रत्यूषा के माता-पिता की तकलीफ सुनकर बहुत दुखी हैं।
उन्होंने कहा, “वे कम आय वाले सीधे-सादे लोग हैं। किसी को उन्हें मुंबई भेजने के लिए फ्लाइट टिकट का जुगाड़ करना पड़ा। वे इसके हकदार नहीं हैं।”
टेलीविजन रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ के दौरान प्रत्यूषा व संग्राम ने कई सप्ताह एक-दूसरे के साथ गुजारे थे। संग्राम उनकी मौत की खबर सुनकर दंग रह गए।
संग्राम ने सपनों को जल्द पूरा होने की आस लगाने वाले युवाओं को सलाह देते हुए कहा, “धर्य रखिए। हिम्मत मत हारिए। जिंदगी में शोहरत व किस्मत से बढ़कर भी बहुत कुछ है..जिंदगी शोहरत या मोहब्बत पर जाया करने से भी कहीं ज्यादा बेशकीमती है।”