इस शोध के लिए चीन के लगभग 5 लाख वयस्कों पर सर्वेक्षण किया गया था। जहां अमेरिका और ब्रिटेन की तुलना में फलों की खपत काफी कम है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और चाइनीज एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज ने इस बड़े और देशव्यापी अध्ययन के लिए चीन के 10 शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के वयस्कों को शामिल किया था। सात सालों तक चले इस अध्ययन में प्रतिभागियों के स्वास्थ्य पर नजर रखी गई।
अध्ययन में शामिल किसी भी प्रतिभागी को पहले हृदय रोग की शिकायत नहीं रही थी।
शोध के दौरान पता चला कि सेब, संतरा आदि का सेवन चीन में कई कारकों से संबंधित है। 100 ग्राम फलों का सेवन हृदय रोग से होने वाली मृत्युदर के एक तिहाई खतरे को कम करता है। यह आंकड़ा महिलाओं और पुरुषों में लगभग समान है।
यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड से इस अध्ययन के लेखक ह्वायडोंग डू ने बताया, “चीन में फलों की खपत और हृदय रोग के जोखिमों के बीच मजबूत संबंध नजर आते हैं। क्योंकि यहां बहुत कम फलों का सेवन होता है, वहीं उच्च आय वाले देशों में फलों की नियमित खपत बहुत सामान्य है।”
यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड से इस अध्ययन के वरिष्ठ लेखक जेंगमिंग चेन का कहना है कि इस बात का पता लगाना काफी मुश्किल है कि हृदय रोग के कम जोखिम वाले व्यक्तियों में फलों के अधिक सेवन की वजह से ही उनमें यह जोखिम कम हुआ है।
यह शोध ‘न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।