नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि की स्थिति में भारत ने कई स्तरों पर सुरक्षा के उपाय किए हैं। यह बात गुरुवार को वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कही।
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित एक आर्थिक सम्मेलन के इतर मौके पर सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, “चाहे फेड की दर वृद्धि हो या अन्य घटनाक्रम हो, उनसे निपटने का सही तरीका यह है कि बचाव के कई स्तर बनाकर रखा जाए।”
उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन भी इसके लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, “चाहे आर्थिक बुनियाद हो, विदेशी पूंजी भंडार हो या अन्य बाजारों के मूल्यांकन की हमारी क्षमता हो, हमने कई सुरक्षा चक्र बना रखे हैं और हम इन घटनाक्रमों से निपट सकते हैं।”
फेड की नीति निर्मात्री समिति फेडरल ओपेन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) गुरुवार को मौद्रिक नीति समीक्षा घोषणा करेगी। इस पर भारत सहित दुनियाभर के निवेशकों की निगाह है।
फेड यदि 2006 के बाद पहली बार दर बढ़ाने का फैसला करता है, तो इससे भारत समेत अन्य उभरती अर्थव्यवस्था से बड़े पैमाने पर पूंजी बाहर निकलेगी, क्योंकि अमेरिका में निवेश आकर्षक हो जाएगा।
सिन्हा ने कहा कि सरकार 8-10 फीसदी सालाना विकास दर के लिए काम कर रही है। और इसके लिए मांग बढ़ाने से अधिक आपूर्ति पक्ष पर ध्यान दे रही है।
उनके मुताबिक, सरकार पेंशन कोष की शेयरों में निवेश की सीमा भी पांच फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करने पर विचार कर रही है। इससे बाजार पर भी अनुकूल असर होगा और लंबी अवधि के निवेश का भी रास्ता तैयार होगा।