कोलकाता, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में कुल 384 उम्मीदवार खड़े हैं, जिनमें से 68 उम्मीदवारों ने उन पर आपराधिक मामला दर्ज होने की सूचना दी है, जिसमें हत्या और दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराध भी शामिल हैं।
वेस्ट बंगाल इलेक्शन वॉच (डब्ल्यूबीईडब्ल्यू) द्वारा मंगलवार को जारी रपट में कहा गया है कि कम से कम 56 उम्मीदवार यानी कुल उम्मीदवारों के 15 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं।
दूसरे चरण के अंतर्गत 17 अप्रैल को पांच जिलों जलपाईगुड़ी, अलीपुरदुआर, दार्जिलिंग, मालदा और बीरभूम के 56 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होनेवाले हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के सबसे ज्यादा 13-13 उम्मीदवार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। इसके बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के 11 और कांग्रेस के छह उम्मीदवार है, जिनपर आपराधिक मामला चल रहा है।
डब्ल्यूबीईडब्ल्यू के समन्वयक बिप्लब हलीम का कहना है, “चुनाव के पहले और चुनाव के दौरान हिंसा के बारे में काफी चर्चा की जाती है, लेकिन जब उम्मीदवारों पर ही ऐसे मामले दर्ज हैं तो हिंसा चुनाव का हिस्सा क्यों नहीं बनेंगे।”
इस रपट में यह भी खुलासा हुआ है कि 59 उम्मीदवारों पर 136 गंभीर अपराधों का मामला चल रहा है। ये मामले पिछले दो सालों से लेकर 16 सालों से चल रहे हैं।
वित्तीय मोर्चे पर 56 उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से ज्यादा है। 383 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 54.21 लाख रुपये है।
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और तृणमूल कांग्रेस के सिलिगुड़ी से उम्मीदवार बाइचुंग भूटिया की कुल संपत्ति 17.41 करोड़ रुपये हैं, जो करोड़पतियों की सूची में सबसे आगे हैं।
तृणमूल के सबसे ज्यादा 23 उम्मीदवार करोड़पति हैं। उसके बाद भाजपा के 10, कांग्रेस के आठ और माकपा के केवल एक उम्मीदवार करोड़पति हैं।
इस रपट में यह भी खुलासा हुआ है कि 45 मौजूदा विधायक, जो दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं, उनकी संपत्तियों में 2011 से 2016 में 180.09 फीसदी का इजाफा हुआ है।
पूर्व कांग्रेसी विधायक अबु नसर खान चौधरी जो इस बार तृणमूल के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, उनकी संपत्ति में पिछले पांच सालों में भारी-भरकम 1,138.03 फीसदी का इजाफा हुआ है और यह 3.39 करोड़ रुपये है।
2011 में खान ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब उन्होंने अपनी संपत्ति 29.77 लाख रुपये घोषित की थी।