नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)। नोबेल पुरस्कार विजेता और दुनिया भर के नामचीन नेता अगले माह नई दिल्ली में जुटेंगे। इनके यहां जुटने का मकसद बच्चों के मुद्दों पर चर्चा करना होगा।
नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)। नोबेल पुरस्कार विजेता और दुनिया भर के नामचीन नेता अगले माह नई दिल्ली में जुटेंगे। इनके यहां जुटने का मकसद बच्चों के मुद्दों पर चर्चा करना होगा।
10 और 11 दिसंबर को राष्ट्रपति भवन में होने वाले इस दो दिवसीय सम्मेलन में चर्चा इस बात पर होगी कि आखिर अधिकांश लड़ाइयों में सबसे अधिक कष्ट बच्चों को ही क्यों झेलना पड़ता है जबकि वे उनका कारण नहीं होते। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
बच्चों के लिए इस वैश्विक पहल की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चे कभी भी किसी युद्ध, टकराव या हिंसा के लिए जिम्मेदार नहीं रहे इसके बावजूद वे इस तरह की भयानक स्थिति में सबसे अधिक कष्ट उन्हें ही भोगना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के माध्यम से नोबेल पुरस्कार विजेता सत्यार्थी पहले ‘नोबेल लॉरीयट एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रेन समिट’ का आयोजन कर रहे हैं। इसमें वैश्विक सहभागिता देखने को मिलेगी।
नोबेल पुरस्कार पाने वाली करीब 25 हस्तियों और अन्य ने इस सम्मेलन में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। इसके अलावा शिक्षा, उद्योग, खेल उद्योग, मीडिया और सिविल सोसायटी की लगभग 150 प्रतिष्ठित शख्सियतें भी मौजूद रहेंगी। ऐसा पहली बार है कि वैश्विक राजनीति और समाज में बच्चों के मुद्दों को प्राथमिकता देने का आह्वान करने के लिए प्रतिष्ठित लोग इतनी बड़ी संख्या में एकजुट हो रहे हैं।
सत्यार्थी ने कहा, “लॉरेट्स और लीडर्स समिट के साथ हमारा इरादा वैश्विक स्तर पर बच्चों को संरक्षण देने के लिए एक नैतिक मंच बनाना है। हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हर बच्चा मुक्त, सुरक्षित, स्वस्थ और शिक्षित हो।”
इस सम्मेलन में दलाई लामा, आस्ट्रेलिया की पूर्व प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड, जोस रामोस-होर्टा, प्रो. युआन ली, तावाकोल करमन, लेमाह रॉबर्टा गिबोवी, एमडीएम कुदेद बाउशामाउई, हसीन अब्बासी, मोहम्मद फधेल महाफुद, अब्देसत्तार बेन मूसा, ग्रेसा माशेल, नीदरलैंड की प्रिंसेज एचआरएच लॉरेंटाइन, संयुक्त अरब अमीरात की प्रिंसेज हया बिंत अल हुसैन, मोनाको की एचएसएच प्रिंसेज चार्लीन, रिगोबेर्ता मेंचू तुम, सीनेटर टॉम हा*++++++++++++++++++++++++++++र्*न, केरी केनेडी, जेफरी सैक्श, रतन कुमार नाग और विभिन्न संगठनों के कई सम्मानित प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे, जिन्हें नोबेल पुरस्कार मिल चुका है।
वर्तमान में दुनिया में 16.8 करोड़ बच्चे मजदूरी जैसे काम में लगे हुए हैं, जो दुनिया की 5 से 17 वर्ष तक की उम्र की 10 प्रतिशत आबादी के बराबर हैं।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन का उद्देश्य बच्चों के अनुकूल नीतियों का निर्माण, कार्यान्वयन और उनकी वकालत करना है, जिससे बच्चों का विकास और सशक्तीकरण सुनिश्चित किया जा सके।