ढाका/कोलकाता, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के जून में होने वाले बांग्लादेश दौरे को लेकर चल रही गड़बड़ी पर विचार-विमर्श करने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) एक सप्ताह के भीतर आपात बैठक बुला सकता है।
गुरुवार को ढाका में आई एक मीडिया रपट के अनुसार, बांग्लादेश के मुस्तफा कमाल द्वारा बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन पर दोषारोपण करते हुए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से इस्तीफा देने से यह मामला जुड़ा हुआ है।
समाचार वेबसाइट ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ की रपट में बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि कमाल द्वारा श्रीनिवासन निशाना साधने के बाद पैदा हुई जटिल परिस्थितियों पर विचार-विमर्श के लिए यह बैठक बुलाई जा सकती है।
कमाल ने आईसीसी विश्व कप-2015 में विजेता टीम को विश्व कप ट्रॉफी प्रदान करने का मौका न दिए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए बुधवार को आईसीसी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
गौरतलब है कि कमाल की जगह आईसीसी के चेयरमैन श्रीनिवासन ने 29 मार्च को विश्व विजेता आस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान माइकल क्लार्क को ट्रॉफी प्रदान की थी, जिसे कमाल आईसीसी के नियमों का खुला उल्लंघन बताया।
बीसीसीआई के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने कमाल प्रकरण पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है।
बीसीसीआई के अधिकारी ने हालांकि पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर कहा कि बीसीसीआई के अंदर श्रीनिवासन के समर्थक आपात बैठक बुलाए जाने पर दबाव डाल रहे हैं।
अधिकारी ने कहा, “वे बीसीसीआई पर बांग्लादेश टूर रद्द करने का दबाव डाल सकते हैं, क्योंकि श्रीनिवासन आईसीसी में बीसीसीआई के प्रतिनिधि हैं और कमाल ने उन पर दोषारोपण किया है। वे इस मामले को राष्ट्रीय मुद्दा होने का तर्क दे सकते हैं।”
अधिकारी ने हालांकि यह भी कहा, “लेकिन बीसीसीआई में श्रीनिवासन के विरोधी गुट के भी काफी सदस्य हैं, जो पूरे मामले को कमाल का निजी मुद्दा बताकर इस तरह की किसी योजना का सख्त विरोध करेंगे।”
बीसीसीआई यदि बांग्लादेश दौरा रद्द करती है तो कमाल अपने देश की सरकार की ओर से इस मुद्दे को दिल्ली के समक्ष उठवा सकते हैं।
दूसरी ओर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार यह दौरा कभी रद्द नहीं करना चाहेगी, क्योंकि इससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बुरा असर पड़ सकता है।