(खुसुर-फुसुर)– मप्र भाजपा के अध्यक्ष कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पूर्व जिला-पंचायत अध्यक्ष चेतन पाटीदार को बलात्कार के प्रकरण में अदालत द्वारा सजा सुनाये जाने के घंटों बाद भी पार्टी से निकालने का साहस अभी तक नहींजुटा पाए हैं.
सूत्रों ने बताया की वर्तमान अध्यक्ष को किसी भी किस्म की निर्णय लेने की स्वायत्ता नहीं हैं और ना ही वे निर्णय ले पाते हैं.जब पार्टी के नेताओं ने उनसे इस संबंद्ध में चर्चा की तो उन्होंने बाद में देखेंगे कह टाल दिया और अपने एवं अपने सभी सहयोगियों के फोन बंद करवा दिए.संगठन महामंत्री के फ़ोन भी चार -पांच दिनों से बंद की घोषणा कर रहे हैं.
खबरची खुसुर-फुसुर कर रहे हैं की नंदू भैया का यह व्यवहार शुरू से रहा है लेकिन झाबुआ चुनाव परिणाम के बाद अब वे किसी भी निर्णय लेने की स्थिति में नहीं हैं.