अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार ने अपने संसाधनों से प्रदेश में सौर ऊर्जा पर तेजी से काम किया गया है। सबसे अधिक काम बुंदेलखंड में किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सौर ऊर्जा के लिए नई नीति बनाई जा रही है, खर्च अधिक होने से सोलर कम हो पा रहा है, इसे बढ़ाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही सौर ऊर्जा की लागत कम करने पर भी सरकार विचार कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार गावों की उन्नति के लिए प्रतिबद्ध है और गावों को सुविधाएं दी गई हैं।
निवेशक सम्मेलन में पहुंचे केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव तरुण कपूर ने जानकारी दी कि ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा प्रदेश के एक लाख हजार घरों को सोलर लाइट से रोशन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 तक एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य तय किया है।
प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि यूपी में 40 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन हो रहा है, 500 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन की योजना चल रही है। मुख्यमंत्री स्वयं सौर ऊर्जा में काफी रुचि ले रहे हैं। कन्नौज के एक गांव में ऐसा एक प्रोजेक्ट भी चल रहा है।
सम्मेलन में निवेशकर्ताओं, परियोजना विकासकर्ताओं और बैंकों-वित्तीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह सम्मेलन इसी वर्ष नई दिल्ली में 15 से 17 फरवरी तक चले सम्मेलन की अगली कड़ी थी।