पटना, 17 नवंबर (आईएएनएस)। पटना में छठपर्व की गूंज हर ओर फैली हुई है। लोक आस्था के पर्व छठ से पटना सहित पूरा बिहार भक्तिमय हो गया है।
अनुष्ठान के दूसरे दिन सोमवार की शाम व्रतियों ने खरना किया, जबकि मंगलवार शाम व्रती गंगा के तट और विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य अर्पित करेंगे। बुधवार को वे सुबह उगते सूर्य को अघ्र्य देंगे और इसके बाद पारन करेंगे।
हर मुहल्ले से लेकर गंगा तट तक यानी छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंज रहे हैं। पटना की सभी सड़कें सजी हुई हैं, जबकि गंगा घाटों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए हैं।
इस अवसर पर पटना में मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक की सफाई की गई। आम जनता से लेकर खास लोग सड़कों की सफाई में व्यस्त हैं। हर कोई छठ पर्व में हाथ बांटना चाहता है।
पटना में कई पूजा समितियों द्वारा भगवान भास्कर की मूर्ति स्थापित की गई है और इन समितियों में लाइटिंग की व्यवस्था की गई है।
जिला प्रशासन द्वारा इस पर्व के मद्देनजर नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। पटना के गंगा तट के 42 घाटों को असुरक्षित घोषित कर दिया गया है, जबकि कई स्थानों पर भगवान भास्कर को अघ्र्य देने के लिए अस्थायी तालाब बनाए गए हैं। प्रशासन द्वारा असुरक्षित घोषित किए गए घाटों पर व्रतियों को न जाने की चेतावनी भी दी जा रही है।
पटना की जिलाधिकारी डॉ़ प्रतिमा ने बताया, “घाटों पर बनए गए नियंत्रण कक्षों में चिकित्साकर्मी, नाविक और गोताखोरों को तैनात किया गया है। खतरनाक घाटों की बैरिकेडिंग की गई है। छठ घाटों पर प्रतिनियुक्त अधिकारियों और कर्मचारियों को मंगलवार की रात छठ घाटों पर ही रहने के निर्देश दिए गए हैं।”
इधर, मुजफ्फरपरु, सासाराम, मुंगेर, औरंगाबाद, खगड़िया, भागलपुर सहित राज्य के सभी जिले, गांव और शहर के लोग छठ पर्व की भक्ति में डूबे हुए हैं।